जयन्त प्रतिनिधि।
सतपुली। विकासखंड पोखड़ा के घंडियाल गांव में वन विभाग द्वारा लगाये गये पिंजरे में बीती रात बाघ कैद हो गया है। बाघ के पकड़े जाने से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।
विकासखंड पोखड़ा में बाघ के हमले लगतार बढ़ रहे है। विगत 17 जुलाई को ग्राम घंडियाल की अनामिका बाघ के हमले में घायल हो गई थी। जिसके बाद गांव में दहशत का माहौल बना हुआ था। स्थानीय लोगों की मांग पर वन विभाग द्वारा 20 जुलाई को घंडियाल गांव में घटनास्थल पर पिंजरा लगाया गया। जिसके बाद उसे दूसरे स्थान पर लगाया गया। रात लगभग 1 बजे बाघ पिंजरे में कैद हो गया। बाघ के पिंजरे में कैद होने से स्थानीय लोगो ने राहत की सांस ली है। रेंजर राशि जुयाल ने बताया कि घंडियाल गांव में लगाये गए पिंजरे में रात लगभग 1 बजे बाघ को पकड़ा गया। जिसके बाद उसे हरिद्वार भेज दिया गया है। मौके पर अभी कैमरे लगाये गये है और 1 हफ्ते तक मौके पर टीम तैनात रहेगी, जिससे कि और बाघों के आने की गतिविधि का पता चल सके, ताकि आवश्यकता पड़ने पर दोबारा पिंजरे को लगाया जा सके।