आम जन तक पहुंचाई जाएगी जड़ी बूटी जानकारी: प्रो. बिष्ट
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र व उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र के निदेशक प्रो. एमपीएस बिष्ट ने कहा कि औषधीय जड़ी बूटियों की जानकारी आम जन तक पहुंचाई जाएगी। इसके लिए विकासखंड स्तर पर प्रशिक्षण कार्ययोजना तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में औषधीय जड़ी बूटियों का अपार भंडार है। लेकिन इनके उपयोग की जानकारी आम जन को नहीं है।
गुरूवार को उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र व उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र के निदेशक प्रो. एमपीएस बिष्ट जनपद मुख्यालय पौड़ी पहुंचे। यहां उन्होंने विकास भवन में जल संरक्षण को लेकर आयोजित प्रशिक्षण कार्यशाला में प्रतिभाग किया। प्रो. बिष्ट ने कहा कि धीरे-धीरे भूमिगत जल स्तर को बनाए रखने के लिए प्रयास किए जाने की आवश्यकता है। भूमिगत जल स्तर व जल स्रोतों के संरक्षण के लिए वैज्ञानिक पद्धतियां अपनानी होंगी। इसके लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र की ओर से औषधीय जड़़ी बूटियों की जानकारी आम जन तक पहुंचाने के लिय यूसर्क की ओर से योजना तैयार की गई है। इसके तहत प्रदेश के सभी विकासखंडों में प्रशिक्षण कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा। तीन दिवसीय प्रशिक्षण के तहत पहले दो दिन कक्षा 6 से 12 वीं तक के छात्र-छात्राओं को औषधीय जड़ी बूटी की जानकारी दी जाएगी। शेष दिन पंजीकृत महिला मंगल दलों के पदाधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रो. बिष्ट ने कहा कि प्रदेश में जल संरक्षण के लिए बनाए जा रहे चाल खाल वैज्ञानिक दृष्टि कोण के आधार पर नहीं बन रहे हैं। जिससे इनकी उपयोगिता सार्थक नहीं हो पा रही है।
ल्वाली झील का निरीक्षण भी करेंगे बिष्ट
उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र व उत्तराखंड विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान केंद्र के निदेशक प्रो. एमपीएस बिष्ट ने बताया कि वह निर्माणाधीन ल्वाली झील का निरीक्षण कर इसकी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौपेंगे। झील निर्माण कार्य के हर पहलू से सीएम को अवगत कराया जाएगा। प्रो. बिष्ट ने बताया कि झील का लोकार्पण मार्च माह में प्रस्तावित है। निर्माण कार्य हर हाल में मार्च माह तक पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं।