संदेशखाली मामले में एबीवीपी का एसडीएम कोर्ट में प्रदर्शन
हल्द्वानी। पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में महिलाओं के यौन उत्पीड़न के खिलाफ एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को एसडीएम कोर्ट के सामने प्रदर्शन कर नाराजगी जताई। घटना को शर्मशार करने वाला बताते हुए निंदा की। केंद्रीय एजेंसियों से मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग को लेकर एसडीएम परितोष वर्मा के माध्यम से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को ज्ञापन भी भेजा गया। जिला संयोजक कौशल बिरखानी की अगुवाई में एसडीएम कोर्ट पहुंचे एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में सत्तारुढ़ दल के नेताओं ने नाबालिग व महिलाओं को चिह्नित कर डरा धमकाकर उनका अपहरण किया। उनके साथ दुराचार जैसे मामले सामने आए हैं। पीड़ितों में अधिकांश महिलाएं पिछड़े एवं अनुसूचित समाज से ताल्लुक रखती हैं। कहा कि लगातार हो रहे अपराध के बाद से संदेशखाली में रहने वाले लोग पलायन को मजबूर हो गए हैं। कार्यकर्ताओं ने कहा कि पश्चिम बंगाल में पुलिस कानून व्यवस्था बना पाने में नाकाम रही है। ऐसे में बेहद जरूरी है कि पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने में राष्ट्रपति खुद हस्तक्षेप करें। त्यों की वास्तविकता न्यायिक संस्थानों तक पहुंचाने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी करने की भी मांग की। एबीवीपी ने संदेशखाली में भय मुक्त वातावरण बनाने के लिए केंद्रीय बल तैनात करने की भी मांग की है। यहां सूरज रमोला, ईशा बदलवाल, सूरज, निश्चय, निखिल सोनकर, शिप्रा बसेड़ा, आलोक त्रिपाठी, मनिकेत तोमर, भूमिका लटवाल, प्रीति स्यूनरी आदि मौजूद रहे।