त्वरित समाधान दल में 11 जनपद स्तरीय अधिकारियों को किया गया शामिल
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद पौड़ी में पायलट प्रोजेक्ट के तहत त्वरित समाधान दल (रैपिड सॉल्यूशन टीम) का गठन किया गया है। इस टीम का उद्देश्य जनपद के अलग-अलग क्षेत्रों की समस्याओं का त्वरित समाधान करना है। रैपिड सॉल्यूशन टीम के लिए विकास भवन में एक कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा। इस कंट्रोल रूम में रैपिड सॉल्यूशन टीम से जुड़े अधिकारियों और कार्मिकों की शिफ्ट वाइज ड्यूटी लगाई जाएगी, जिससे सेवा का संचालन सुचारू रूप से किया जा सके। जनपद स्तरीय अधिकारी प्रत्येक सप्ताह में दो दिन विकास भवन में होने वाली बैठक में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहेंगें। जिलाधिकारी ने कहा कि इसके लिए 24 फरवरी से 24 मार्च तक का एक रोस्टर जारी किया जाएगा। रैपिड सॉल्यूशन टीम को एक समर्पित संपर्क नंबर प्रदान किया जाएगा, जिससे प्रकरणों के निस्तारण में अधिक पारदर्शिता और सुविधा सुनिश्चित होगी।
जनपद में संचालित विभिन्न विकास योजनाओं, सरकारी कार्यक्रमों एवं नीतियों का प्रभावी क्रियान्वयन, समयबद्ध समीक्षा तथा स्थानीय स्तर पर उत्पन्न समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान की अध्यक्षता में जिला कार्यालय स्थित एनआईसी कक्ष में बैठक आयोजित की गई। त्वरित समाधान दल (रैपिड सॉल्यूशन टीम) में 11 जनपद स्तरीय अधिकारियों को शामिल किया गया है, जिसमें अधिशासी अभियंता निर्माण खण्ड पौड़ी, अधिशासी अभियंता जल संस्थान पौड़ी, अधिशासी अभियंता जल निगम पौड़ी, अधिशासी अभियंता विद्युत विभाग पौड़ी, जिला पंचायतीराज अधिकारी, मुख्य कृषि अधिकारी, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी तथा उप प्रभागीय वनाधिकारी गढ़वाल वन प्रभाग शामिल होगें। यह टीम जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में शिविर व रात्रि चौपाल का आयोजन करेगी, जहां ग्रामीणों की समस्याएं सुनी जाएंगी और उनका शीघ्र समाधान किया जाएगा। संबंधित शिविरों में लाभार्थियों और शिकायतकर्ताओं का डेटा एकत्र किया जाएगा, जिससे आगे की योजनाओं को प्रभावी रूप से क्रियान्वित किया जा सके। जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने बताया कि भविष्य में इन ग्रामीण समस्याओं और आवश्यकताओं को मुख्यमंत्री से सीधे संवाद के माध्यम से प्रस्तुत किया जाएगा। आयोजित बैठक में पीडी डीआरडीए विवेक कुमार उपाध्याय, मुख्य कोषाधिकारी गिरीश चन्द्र, डीडीओ मनविंदर कौर, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी राम सलोने, जिला पर्यटन विकास अधिकारी खुशाल सिंह नेगी, एसडीओ वन आईशा बिष्ट, एसडीओ विद्युत गोविंद सिंह रावत, पूर्ति अधिकारी अरुण कुमार वर्मा, जिला समाज कल्याण अधिकारी रोहित सिंह सहित संबंधित अधिकारी व कर्मचारी थे।