यमुनोत्री जा रही गुजरात के यात्रियों की बस में लगी आग, हादसा टला
विकासनगर। शनिवार को दोपहर करीब 2:45 बजे एक बहुत बड़ा हादसा होने से टल गया। गुजरात के 21 यात्रियों से भरी बस यमुनोत्री जा रही थी। कटापत्थर पुल के पास अचानक बस में शट सर्किट होने से आग लग गई और बस धूं-धूंकर जलने लगी। बस से धुंआ निकलता देख यात्रियों ने बस को रुकवाया और सभी ने बस से बाहर निकलकर जान बचाई। स्थानीय लोगों की सूचना पर दमकल विभाग और डाकपत्थर पुलिस ने पहुंचकर आग बुझाने का काम किया। लेकिन जब तक आग को काबू किया जाता तब तक बस में रखा यात्रियों का सारा सामान जलकर राख हो गया और सिर्फ बस का ढांचा बच गया। शनिवार को गुजरात के 21 यात्रियों ने हरिद्वार से यमुनोत्री धाम के लिए बस बुक कराई। बस में सवार होकर सभी यात्री यमुनोत्री जा रहे थे। कटापत्थर के पास पुलिया पर जैसे ही बस पहुंची बस में धुआं निकलने लगा। बस में सवार यात्रियों ने जब बस से धुंआ निकलता देखा तो चालक को बस रोकने को कहा। तभी बस धूं धूंकर जलने लगी। किसी तरह यात्रियों ने बस से बाहर निकलकर अपनी जान को बचाया। देखते ही देखते बस आग का गोला बन गयी। स्थानीय लोगों और यात्रियों की सूचना पर डाकपत्थर चौकी इंचार्ज अर्जुन सिंह मय फोर्स व दमकल विभाग की टीम मौके पर पहुंची। दमकल विभाग और पुलिस कर्मियों ने तेजी से आग बुझाने का काम किया। करीब आधा घंटे में आग पर काबू पा लिया गया। लेकिन तब तक बस में रखा यात्रियों का सामान और बस पूरी तरह से जलकर राख हो गयी थी और उसका सिर्फ ढांचा ही बच पाया। सामान जला लेकिन जान बच गयी यही सोचकर सभी यात्री राहत की सांस लेते रहे।
बारिश से गौशाला ध्वस्त, दो मवेशियों की मौत
चम्पावत। भारी बारिश के कारण लोहाघाट में जनजीवन प्रभावित हुआ है। विकास खंड बाराकोट के डोबाभागू में एक गौशाला ध्वस्त हो गई। जिससे गौशाला में बंधी गाय और बछड़े की मौत हो गई। जबकि नेपाल सीमा से लगे मजपीपल में एक मकान आंशिक रूप से ध्वस्त हो गया है। शुक्रवार की रात हुई मूसलाधार बारिश से बाराकोट ब्लक के डोबाभागू में मलबा आने से उमेश चंद्र की गौशाला ध्वस्त हो गई। गौशाला में बंधे दो मवेशियों की मौत हो गई। तहसीलदार विजय गोस्वामी के नेतृत्व में प्रशासन और राजस्व की टीम ने मौका मुआयना किया। ग्रामीणों ने उमेश के परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग की है। इधर, नेपाल सीमा से लगे मजपीपल में हीरा देवी पत्नी पुष्कर सिंह का मकान आंशिक रूप से ध्वस्त हो गया है। जिसके चलते पीडित ने परिवार सहित दूसरे के मकान में शरण ली है। तहसीलदार गोस्वामी ने बताया कि नुकसान का आंकलन कर प्रभावितों को मानकों के अनुसार मुआवजा देने की प्रक्रिया अमल में लाई जाएगी।