कोटद्वार-दुगड्डा के मध्य राष्ट्रीय राजमार्ग पर चुनौती बन रहा सफर
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : कुछ दिन पूर्व अल्मोड़ा के मरचूला में हुई बस दुर्घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया। पहाड़ में होनी वाली दुर्घटनाओें का मुख्य कारण बदहाल सड़क व यातायात नियमों की अनदेखी होती है। ऐसा ही हाल कोटद्वार-दुगड्डा के मध्य राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी देखने को मिल रहा है। जहां हर मोड़ पर वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा बना रहता है। साथ ही सड़क किनारे खड़े संकेतक भी धराशायी हो चुके हैं।
कोटद्वार-दुगड्डा के मध्य राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रतिदिन सैकड़ों वाहन आवागमन करते हैं। लेकिन, दो वर्षों से वर्षाकाल के बाद बदहाल पड़ा राष्ट्रीय राजामार्ग वाहन चालकों के लिए चुनौती बन गया है। 15 किलोमीटर के सफर में बीस से अधिक डेंजर जोन बने हुए हैं। चार ऐसे स्थान हैं, जहां सड़क का आधा हिस्सा नदी में समा गया है। ऐसे में दोनों ओर से भारी वाहन आने पर परेशानी बढ़ जाती है। साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम की स्थिति बनी रहती है। अधिकांश स्थानों पर पत्थर व ऊबड़-खाबड़ स्थान से वाहन गुजर रहे हैं। ऐसे में यदि हल्का से भी नियंत्रण बिगड़ा तो वाहन सीधे नदी में जा गिरेगा। राष्ट्रीय राजमार्ग के मोड़ व डेंजर स्थानों पर लगाए गए संकेतक गायब हो चुके हैं। जिससे वाहन चालकों को आगे आने वाली स्थिति के बारे में पता नहीं चल पाता। ऐसे में सवाल यह है कि यदि राष्ट्रीय राजमार्ग पर कोई बड़ी दुर्घटना होगी तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा। जबकि, शहरवासी लगातार राष्ट्रीय राजमार्ग की स्थिति में सुधार की मांग भी उठा रहे हैं।
यहां पैराफिट भी हुए गायब
कोटद्वार-दुगड्डा-गुमखाल-सतपुली के मध्य राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में सड़क किनारे पैराफिट अथवा स्टील बैरिकेट्स नहीं हैं। ऐसा नहीं कि 52 किलोमीटर के इस क्षेत्र में कोई दुर्घटना न होती हो। लेकिन, दुर्घटना की रोकथाम को सरकारी तंत्र निष्क्रिय ही नजर आता है। कई स्थानों पर स्टीन बैरिक्रेट्स उखड़ कर खाई में गिर चुके हैं।
बॉक्स सामचार
अब तक हुए हादसे
1. नौ दिन पूर्व ही दुगड्डा-गुमखाल के मध्य एक पिकअप वाहन खाई में गिर गया था। जिसमें एक ठेकेदार की मौत हो गई थी
2. जून माह में कोटद्वार से करीब सात किलोमीटर आगे एक मैक्स वाहन के ऊपर बोल्डर भारी बोल्डर आ गया था। जिसमें एक सवारी की मौत हो गई थी। जिसमें चार घायल हो गए थे।
3. जून माह में ही आमसौड़ के समीप सड़क किनारे खड़े एक डंपर के ऊपर पहाड़ी से पत्थर गिर गया था। जिसमें डंपर में सवार व्यक्ति की मौत हो गई थी।
4. कुछ माह पूर्व लालपुल के समीप एक कार अनियंत्रित होकर खोह नदी में गिर गई थी, जिसमें तीन युवकों की मौत हो गई थी।
5. कुछ माह पूर्व दुगड्डा के समीप एक कार अनियंत्रित होकर खाई में गिर गई थी, जिसमे नगीना तहसील में तैनात लेखपाल सहित दो युवकों की मौत हो गई थी।