रुद्रपुर()। निजी अस्पताल में सरकारी अस्पताल की डॉक्टर के ऑपरेशन करने और महिला की इलाज के दौरान हुई मौत के मामले में पिता ने एसएसपी मणिकांत मिश्रा को पत्र भेजकर दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। बख्शीश सिंह ने एसएसपी को भेजे पत्र में कहा है कि 21 जुलाई को उनकी 23 वर्षीय पुत्री काजल को प्रसव पीड़ा होने पर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। चार घंटे भर्ती करने के बाद अस्पताल में सुविधा नहीं होने की बात बताकर निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां रेफर करने वाली महिला चिकित्साधिकारी ने 22 जुलाई को ऑपरेशन किया था। वहां 26 हजार का खर्च बताया। 10 हजार रुपये नगद जमा कराए, जबकि सात हजार की जांचें कराईं। नवजात को सितारगंज के दूसरे निजी चिकित्सालय के आईसीयू में भर्ती कराया। पुत्री की नाजुक हालत देखते हुए पहले हल्द्वानी बाद में देहरादून ले गए, जहां निजी चिकित्सालय में उसने दम तोड़ दिया। आरोप लगाया कि निजी अस्पताल में परिजनों को स्वास्थ्य ठीक बताकर गुमराह किया गया। आरोप लगाया कि कमीशनखोरी के चलते उनकी पुत्री की मौत हुई है। अब नवजात शिशु का पालन पोषण करना मुश्किल हो गया है। उन्होंने एसएसपी से निजी अस्पताल के प्रबंधक व डॉक्टर, सरकारी अस्पताल की चिकित्साधिकारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।