जिले में चलाया अभियान, बालश्रम कर रहे 43 बच्चों का किया रेस्क्यू
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : जिले के परमार्थ निकेतन एवं लक्ष्मण झूला क्षेत्र में बाल श्रम और बाल अधिकारों के उल्लंघन के विरुद्ध विशेष संयुक्त अभियान चलाया गया। अभियान के तहत घाटों पर फूल बेचते पाए गए कुल 43 नाबालिग बच्चों को मौके से रेस्क्यू किया गया। इनमें अधिकांश की उम्र 8 से 16 वर्ष के बीच थी। रेस्क्यू के बाद सभी बच्चों को संबंधित थाने लाया गया और उनके अभिभावकों को बुलाकर संयुक्त परामर्श सत्र आयोजित किए गए। टीम ने बच्चों के माता-पिता को भविष्य में बच्चों से बालश्रम न कराने के निर्देश दिए गए हैं। कहा कि बच्चों से बालश्रम कराया जाता है तो आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
अभियान में थाना लक्ष्मण झूला, मानव तस्करी विरोधी इकाई कोटद्वार, श्रीनगर तथा बाल कल्याण समिति पौड़ी की संयुक्त टीम ने सक्रिय सहभागिता निभाई। जिले में चलाए गए अभियान के दौरान जांच में सामने आया कि ये बच्चे प्रतिदिन घाटों पर कार्य करने भेजे जाते थे, जिससे उनकी शिक्षा बाधित हो रही थी। यह किशोर न्याय अधिनियम अधिनियम का स्पष्ट उल्लंघन है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि लक्ष्मणझूला के तहत महिला कल्याण एवं बाल विकास विभाग, बाल कल्याण समिति व संबंधित क्षेत्र के थाना द्वारा बच्चों को बालश्रम से मुक्त कराने के लिए संयुक्त रूप से अभियान चलाया गया। इसमें टीम द्वारा 43 बच्चों का रेस्क्यू करते हुए उनके माता-पिता को सौंपा गया। बताया कि रेस्क्यू किये गये बच्चों के माता-पिता को कहा गया कि उनके पठन-पाठन के लिये कोई आवश्यकता होती है तो उसके लिये जिला प्रशासन पूरी सहायता करेगा। अभियान में मानव तस्करी विरोधी इकाई श्रीनगर से जय प्रकाश, कुंवर सिंह, चौकी मुनि की रेती से उत्तम रमोला, थाना लक्ष्मण झूला से दीक्षा सैनी, सुबर्धंन दीवान आदि शामिल रहे।