अपर आयुक्त का न्यायालय टिहरी में लगाए जाने पर जताई नाराजगी
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। मंडल मुख्यालय पौड़ी के अपर आयुक्त का न्यायालय अब पौड़ी के बजाय टिहरी में लगेगा। बीते जुलाई महीने में यह आदेश जारी किया गया था। कोर्ट बदले जाने पर अधिवक्ताओं ने आक्रोश जताया है। उन्होंने शीघ्र ही इस आदेश को निरस्त करते हुए कोर्ट को यथावत रखने की मांग उठाई है कहा कि मांग नहीं मानी गई तो अधिवक्ता संघ उग्र आंदोलन को बाध्य होगा। संघ ने आयुक्त गढ़वाल मंडल कार्यालय में सांकेतिक धरना देते हुए सीएम को ज्ञापन भेजा।
शुक्रवार को आयुक्त कार्यालय में धरना देते हुए अधिवक्ताओं ने कहा कि पौड़ी में साल 1969 से गढ़वाल कमिश्नरी का अस्तित्व है। तब से पौड़ी में आयुक्त गढ़वाल मंडल व अपर आयुक्त की अदालतें निरंतर चल रही है। हरिद्वार व देहरादून के लिए देहरादून में आयुक्त व अपर आयुक्त का कैंप न्यायालय लगता है व अन्य पर्वतीय जिलों के मामलों की सुनवाई मंडल मुख्यालय पौड़ी में होती है, लेकिन बीते 5 जुलाई 2021 को आए एक आदेश के तहत अपर आयुक्त का न्यायालय नई टिहरी में लगाए जाने की संस्तुति की गई है। जिससे सभी अधिवक्ताओं में नाराजगी बनी है। उन्होंने कहा कि सर्किट कोर्ट राजस्व परिषद की बैच भी पौड़ी में स्थापित है लेकिन पिछले कई सालों से उक्त अदालत पौड़ी में नहीं लगी है। जिससे आम लोगों को कई दिक्कतों से जूझना पड़ रहा है। मंडल मुख्यालय पौड़ी से धीरे-धीरे करके मंडलीय कार्यालय अन्यत्र स्थापित किए जा रहे हैं। जिससे मंडल मुख्यालय की बुनियाद को धराशाई करने का प्रयास किया जा रहा है। जिसे अब कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने सीएम से उक्त आदेश को जल्द वापस लेने की मांग उठाई। उन्होंने कहा कि ये आदेश जल्द वापस नहीं होने पर जिला अधिवक्ता संघ उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगा। प्रदर्शन करने वालों में अधिवक्ता संघ के सचिव आमोद नैथानी, उपाध्यक्ष राकेश सामवेदी, मुकेश बिष्ट, महेंद्र असवाल, रश्मि, कुसुम, अनुसूया प्रसाद उनियाल, ममता, आशीष जदली, संजय कुकरेती, सतेंद्र नेगी आदि शामिल थे।