भारत-नेपाल की खुली सीमा पर नशे की तस्करी पर प्रशासन अलर्ट
रुद्रपुर। भारत-नेपाल की खुली सीमा का लाभ उठाकर नशे के सौदागर नशे की तस्करी कर रहे हैं। इसको लेकर प्रशासन अलर्ट हो गया है। सीमा पर पुलिस और एसएसबी के जवान पेट्रोलिंग कर जहां संदिग्धों की तलाश कर रहे हैं, वहीं सीमा पर रह रहे लोगों को नशे के खिलाफ जागरूक भी कर रहे हैं। झनकईया थाना प्रभारी अनिल जोशी ने बताया कि एसएसबी के साथ बैठक कर उन्होंने एक दूसरे से सूचनाओं का आदान प्रदान करने और पेट्रोलिंग लगातार करने पर सहमति बनी। टनकपुर से लेकर पीलीभीत तक चंपावत, ऊधम सिंह नगर, यूपी के पीलीभीत जनपद की नेपाल सीमा खुली हुई है। इस जगह पर शारदा और उससे निकलने वाली नहरें ही बॉर्डर पर तारबाड़ का काम करती हैं। इसके बावजूद बहुत सी जगहें ऐसी हैं, जहां से नेपाल से भारत और भारत से नेपाल जाना बेहद आसान है। खुली सीमा का लाभ उठाकर तस्कर यहां तस्करी कर रहे हैं। पहले तस्कर नेपाल में मिलने वाले सस्ते विदेशी सामान की तस्करी कर रहे थे, लेकिन कुछ समय से यहां नशे की तस्करी हो रही है। इसमें स्मैक भारत से नेपाल भेजी जा रही है। नेपाल से चरस लेकर तस्कर आ रहे हैं। एसएसबी ने टनकपुर और बनबसा में बीते दिनों कुछ तस्करों को स्मैक के साथ गिरफ्तार किया था। खटीमा में भी 10 फरवरी 2024 को एक किलो स्मैक चकरपुर में पकड़ी थी। यह समैक नेपाल भेजी जा रही थी। तीन दिन पहले नानकमत्ता के एक तस्कर को चंपावत में 21 ग्राम स्मैक के साथ गिरफ्तार किया गया। झनकईया पुलिस ने 500 ग्राम स्मैक के साथ 2019 में दो तस्करों को गिरफ्तार किया था। यह सारी स्मैक नेपाल जा रही थी। स्मैक का गढ़ नानकमत्ता है। नानकमत्ता में स्मैक बहेड़ी से लायी जा रही है। सीमा पर लगातार बढ़ रही नशे की तस्करी को देखते हुए झनकईया पुलिस और एसएसबी अलर्ट मोड पर है। थाना प्रभारी जोशी ने कहा कि एसएसबी और पुलिस दोनों ही लगातार सीमा पर चौकसी रख रहे हैं। बनबसा और टनकपुर में मामले पकड़े जाने के बाद सतर्कता और बढ़ा दी गई है। टनकपुर और बनबसा की जैसी ही परिस्थितियां खटीमा के बॉर्डर पर भी हैं। इसके लिए ग्रामीणों को जागरूक करने के साथ ही संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है। एसएसबी और पुलिस की पेट्रोलिंग करती रहेगी।