चमोली में उप चुनाव की तैयारियों में जुटा प्रशासन
बद्रीनाथ विधानसभा में 102145 मतदाता पंजीकृत
जयन्त प्रतिनिधि।
चमोली : जनपद चमोली में विधानसभा उप चुनाव की तैयारियां जोरों पर है। जिला प्रशासन शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए दिन-रात जुटा है। उप चुनाव के लिए जिले में 10 जून से आदर्श आचार संहिता प्रभावी है। आगामी 10 जुलाई को बद्रीनाथ विधानसभा उप चुनाव के लिए मतदान होगा।
बद्रीनाथ विधानसभा में 102145 मतदाता पंजीकृत है। इसमें पुरुष 52485, महिला 49658 तथा 02 थर्ड जेंडर है। इसके अतिरिक्त 2566 सर्विस मतदाता है। बद्रीनाथ विधानसभा में 990 दिव्यांग और 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 734 मतदाता है। अपने बूथ तक जाने में जो दिव्यांग एवं बुजुर्ग मतदाताओं सक्षम नहीं है, तो उनको होम वोटिंग की सुविधा भी रहेगी। बद्रीनाथ विधानसभा के अंतर्गत कुल 210 मतदेय स्थल बनाए गए है। उप चुनाव को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन ने बद्रीनाथ विधानसभा में 08 जोनल एवं 53 सेक्टर मजिस्ट्रेट तैनात किए है। इसके अतिरिक्त 03 वीडियो निगरानी टीम, 03 उड़नदस्ता, 06 स्थैतिक निगरानी, 01 वीडियो अवलोकन टीमें बनाई गई है। बद्रीनाथ विधानसभा के अंतर्गत 06 शैडो एरिया है। जहां पर कोई भी नेटवर्क नहीं है। इन मतदेय स्थलों पर जिला प्रशासन द्वारा सेटेलाइट फोन की व्यवस्था की गई है। जिला प्रशासन द्वारा उप चुनाव में इस बार 210 मतदेय स्थलों में से 105 मतदेय स्थलों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था भी की गई है। बद्रीनाथ विधानसभा के अंतर्गत सबसे दूरस्थ मतदेय स्थल डुमक है। सबसे अधिक मतदाता वाला मतदेय स्थल पपडियाणा है, इसमें 1175 मतदाता पंजीकृत है। जबकि सबसे कम मतदाता वाला बूथ पैंका है। यहां पर सिर्फ 65 मतदाता है। मतदान के लिए दूरस्थ क्षेत्र की 17 पोलिंग पार्टियों को दो दिन पूर्व स्पोट्र्स स्टेडियम गोपेश्वर से रवाना किया जाएगा। जबकि 193 पोलिंग पार्टियां एक दिन पूर्व रवाना होगी। बद्रीनाथ विधानसभा के पिछले चुनावों में मतदान प्रतिशत पर नजर डाले तो वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में 59.66 प्रतिशत मतदान हुआ। वही वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत 64.15 रहा। अभी हाल ही में वर्ष 2024 में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में बद्रीनाथ विधानसभा में 57.62 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया। मतदान में सबकी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा स्वीप के तहत जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। दिव्यांग और 85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं को होम वोटिंग की सुविधा के साथ ही बूथ तक आने जाने के लिए वालियंटर की व्यवस्था की गई है। आवश्यक सेवाओं में जुड़े कार्मिकों एवं निर्वाचन ड्यूटी पर तैनात कार्मिकों को डाक मतपत्र एवं ईडीसी से वोटिंग की सुविधा बनाई गई है।