राज्य मानवाधिकार आयोग ने की कड़ी टिप्पणी
जयन्त प्रतिनिधि।
सतपुली : एकेश्वर ब्लॉक के राजकीय इंटर कॉलेज बग्याली में एक वर्ष पूर्व महिला शिक्षिका से मारपीट एवं अभद्र व्यवहार के आरोपों के सिद्ध होने पर आरोपी शिक्षक का प्रशासनिक स्थानांतरण जिले से बाहर दुर्गम क्षेत्र राजकीय इंटर कॉलेज पूर्वादलोगी टिहरी गढ़वाल कर दिया। साथ ही प्रभारी प्रधानाचार्य द्वारा आरोपी शिक्षक को स्वयं की मनमर्जी से राजकीय इंटर कालेज बग्याली में बिना किसी विभागीय आदेश के पुन: नियुक्ति देकर सात माह का वेतन आहरण का दोषी पाया गया। उनका प्रशासनिक स्थानांतरण राजकीय इंटर कॉलेज नोल बासर भिलंगना, टिहरी गढ़वाल कर दिया गया है।
बता दें कि 17 अगस्त 2024 को राजकीय इंटर कॉलेज बग्याली की एक महिला शिक्षिका लीला रौथान द्वारा विद्यालय के ही शिक्षक जसपाल सिंह राणा पर मारपीट एवं अभद्र व्यवहार का आरोप लगाया गया। जिसकी शिकायत उन्होंने विभाग से की। विभाग द्वारा शिक्षक का स्थानांतरण जिले के ही अन्य विद्यालय में किया गया। परंतु शिक्षक द्वारा वहां कार्यभार ग्रहण नहीं किया गया तथा 8 माह बाद प्रधानाचार्य राजकीय इंटर कॉलेज बग्याली अरविंद अरोड़ा द्वारा अपनी मर्जी से शिक्षक जसपाल राणा को पुन: राईका बग्याली में कार्यभार ग्रहण करवा दिया गया। जिसकी शिकायत पीड़ित शिक्षिका द्वारा विभाग से की गई। परंतु विभाग ने मामले में गंभीरता नहीं दिखाई। शिक्षिका ने राज्य मानवाधिकार आयोग की शरण ली। आयोग द्वारा विभागीय लापरवाही को बेहद गंभीरता से लेते हुए शिक्षक जसपाल सिंह राणा और प्रधानाचार्य अरविंद अरोड़ा पर कार्यवाही का आदेश दिया गया। निदेशक माध्यमिक शिक्षा गढ़वाल मंडल कंचन देवराडी ने कहा कि विभाग ने अलग-अलग स्तर से तीन बार जांच की। जिसमें शिक्षिका द्वारा लगाए गए आरोपो की पुष्टि हुई है। तब विभाग ने दोनों शिक्षकों का प्रशासनिक स्थानांतरण दुर्गम क्षेत्र के विद्यालयों में किया गया। मानवाधिकार आयोग ने शिक्षा विभाग द्वारा महिला उत्पीड़न पर गंभीरता से कार्यवाही न करने को बेहद निराशाजनक बताया और विशाखा नियमावली का घोर उल्लंघन बताया। वहीं शिक्षिका ने माननीय मानवाधिकार आयोग का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अब आशा है कि अब विभाग उन्हें उनके मूल विद्यालय में वापस भेज देगा। शिक्षिका घटना के बाद से अन्य विद्यालय में अटैच की गई है। खंड शिक्षाधिकारी गुंजन अमरोही ने कहा कि शिक्षिका को वापस मूल विद्यालय कार्यभार ग्रहण करवाने के लिए निदेशक माध्यमिक को पत्र भेजा गया है।