कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों को गोद लेकर परवरिश करेगी शंकराचार्य परिषद
देहरादून। वैश्विक महामारी कोरोना लोगों पर कहर बनकर टूट रही है। संक्रमण की चपेट में आने से परिवार बिखर रहे हैं और बच्चे अनाथ हो रहे हैं। संकट की इस घड़ी में बेसहारा बच्चों की परवरिश के लिए शंकराचार्य परिषद ने मिसाल पेश की है। परिषद अनाथ बच्चों को सहारा देगी। बच्चों के रहने और खाने की व्यवस्था से लेकर उनकी पढ़ाई का खर्च भी उठाएगी। कोविड से माता या पिता का साया छिनने से बेसहारा हुए 12 बच्चों को गोद लेने की कागजी औपचारिकताएं शुरू कर दी गई हैं। संस्था कोविड के होम आइसोलेट मरीजों को निशुल्क खाना भी पहुंचा रही है। कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण से हर कोई जूझ रहा है। इलाज में लोगों की जमा पूंजी लुट रही है। इसके बाद भी मौतों का सिलसिला नहीं रुक रहा है। कई बच्चों के सिर से माता-पिता का साया उठ रहा है। गरीब एवं निम्न मध्यम वर्गीय परिवारों के बच्चों के सामने रोटी का संकट भी खड़ा हो रहा है। बेसहारा बच्चों की मदद के लिए देशभर में कई संस्थाएं और लोग हाथ बढ़ा रहे हैं। धर्मनगरी की शंकराचार्य परिषद भी इन्हीं संस्थाओं में एक है।
सामाजिक कार्यों का ढोल पीटने वालों को आइना दिखाने का काम
परिषद अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप ने बेसहारा बच्चों की परवरिश की जिम्मेदारी उठाने की पहल शुरू कर सरकार और सामाजिक कार्यों का ढोल पीटने वालों को आइना दिखाने का काम किया है। स्वामी आनंद स्वरूप ने बताया कि हरिद्वार और उत्तराखंड ही नहीं, देशभर में कोविड से अपने माता-पिता खोने वाले बेसहारा बच्चों की परिषद परवरिश करेगी। बच्चों के रहने की उचित व्यवस्था के साथ उनको पढ़ाया भी जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मुहिम के लिए ‘आपका प्रयास, हमारा साथ, देश का भविष्य, सुरक्षित हाथ’ नारा दिया है। देश के अलग-अलग जिलों से 12 बेसहारा बच्चों के गोद लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि बेसहारा बच्चों को परिषद से जोड़ने के लिए चार टेलीफोन नंबर भी जारी किए हैं। कोई भी व्यक्ति नंबरों पर फोन कर बेसहारा बच्चों की जानकारी दे सकते हैं।
आठ बच्चों की परवरिश कर रही संस्था: शंकराचार्य परिषद की सेविका मानसी के मुताबिक, संस्था की ओर से अभी आठ बेसहारा बच्चों की परवरिश की जा रही है। उनको शिक्षा दी जा रही है। कोविड काल में बेसहारा हुए बच्चों को चिह्नित कर उनसे संपर्क किया जा रहा है। 12 बच्चों की परवरिश की प्रक्रिया इस महीने तक पूरी हो जाएगी।
कोविड मरीजों के घर तक पहुंचा रही खाना: शंकराचार्य परिषद होम आइसोलेट मरीजों के लिए निशुल्क पौष्टिक भोजन पहुंचा रही है। सेविका मानसी के मुताबिक, शांभवी धाम जीडीपुरम भूपतवाला से मरीजों को ताजा खाना पहुंचाया जा रहा है। देश के कई राज्यों में संस्था की ओर से मरीजों को ऑक्सीजन और दवाएं भी मुहैया कराई जा रही हैं।