उत्तराखंड

हल्द्वानी में अधिवक्ता की गोली मारकर हत्या, आरोपी चचेरे भाई फरार

Spread the love
Backup_of_Backup_of_add

हल्द्वानी। करीब 20 बीघा जमीन अधिवक्ता उमेश नैनवाल की जान की दुश्मन बन गई। हत्यारोपी चचेरे भाई ने कमलुवागांजा स्थित रामलीला मैदान में ही अधिवक्ता को गोली मार दी। अपना आधिपत्य स्थापित करने के लिए भाई को मौत के घाट उतारने वाला आरोपी भाई फिलहाल पुलिस की पकड़ से दूर है। हत्या से करीब छह महीने पहले ही अधिवक्ता उमेश नैनवाल ने मुखानी पुलिस को जान का खतरा जताते हुए शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस की बेपरवाही ऐसी रही कि कार्रवाई तो दूर आरोपी को पाबंद करने के बारे में भी नहीं सोचा। मृतक के भाई प्रदीप नैनवाल ने बताया कि दोनों भाईयों के बीच करीब बीस बीघा जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। जिस भू-खंड के लिए दोनों भाई एक-दूसरे से दुश्मनी पाले हुए थे उसका असल मालिक पहले ही मर चुका है। करोड़ों की विवादित जमीन दोनों भाइयों के घर के बीच में स्थित है। यह विवाद और जान से मारने का खतरा कोई पहली बार नहीं था। पहले भी दोनों के बीच तनातनी का माहौल बन चुका था। सोमवार को आरोपी घात लगाए बैठा था। अधिवक्ता उमेश नैनवाल का बेटा आदित्य सोमवार को रामलीला में परशुराम का पात्र निभा रहा था। बेटे के अभिनय को देखने गए अधिवक्ता उमेश नैनवाल को मौका देख उनके चचेरे भाई ने मौत के घाट उतार दिया। जान का खतरा जताते हुए अधिवक्ता ने छह महीने पहले मुखानी थाने में शिकायत भी दी थी, शायद पुलिस ने इस पर गंभीरता से संज्ञान लिया होता तो शायद आज स्थिति कुछ और होती। चार दिन पहले बहन को मिली थी धमकी: मृतक उमेश नैनवाल को हत्यारोपी कई बार धमका चुका था। जानकारी के अनुसार करीब चार-पांच दिन पहले अधिवक्ता की बहन कल्पना बेलवाल को भी आरोपी ने फोन पर बात करते हुए अधिवक्ता को जान से मारने की धमकी दी थी। इससे पहले भी संपत्ति विवाद के चलते अधिवक्ता को कई बार मार डालने की धमकी मिली थी।
एक बार फायरिंग लेकिन किससे इस पर संदेह: अधिवक्ता को गोली मारने के बाद आरोपी अवैध असलहा रामलीला मैदान में ही झाड़ियों के बीच फेंककर फरार हो गया। पुलिस के अनुसार एक ही गोली मारी गई है, लेकिन जिस असलहे से गोली चली फेंका गया असलहा वही था या नहीं इस पर अभी संदेह बरकरार है। इसके लिए पुलिस ने असलहा कब्जे में लेकर फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है।
छह टीमें कर रहीं आरोपी की तलाश: अधिवक्ता की सरेआम हत्या करने की वारदात शहर में सनसनी फैलाने वाली थी। देर रात करीब 11 बजे जैसे ही रामलीला मैदान में हत्या की सूचान पुलिस तक पहुंची, मौके पर एसएसपी से लेकर जिले के अन्य उच्चाधिकारी और फोर्स पहुंच गए। मौका मुआयना करने के बाद तुरंत ही फॉरेंसिक टीम को बुलाकर साक्ष्य एकत्र करने से लेकर मौके से सैंपल जुटाए गए। वहीं एसएसपी पीएन मीणा ने बताया कि आरोपी को पकड़ने के लिए छह टीमें बना दी गई हैं, जल्द से जल्द गिरफ्तारी के निर्देश दिए गए हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!