रुद्रपुर। सितारगंज में अधिवक्ताओं का कार्यबहिष्कार तीसरे दिन भी जारी रही। सिविल कोर्ट परिसर में बार एससोसिएशन के अध्यक्ष दयानंद के नेतृत्व में अधिवक्ताओं ने शनिवार को धरना दिया। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार अनावश्यक रूप से न्यायपालिका में हस्तक्षेप करना चाहती है जिसको लेकर अधिवक्ता संशोधन अधिनियम 2025 लाया जा रहा है। जिससे अधिवक्ताओं की स्वतंत्रता पर कुठाराघात होगा। अधिवक्ताओं ने कहा कि किसी भी रूप में केंद्र सरकार का न्यायपालिका में हस्तक्षेप स्वीकार नहीं किया जाएगा। अधिवक्ताओं ने सिविल कोर्ट परिसर में संशोधन बिल 2025 की प्रतियों में आग लगाकर अपना विरोध प्रकट किया। यहां हरीश दुबे, रवि सक्सेना, राहुल, प्रकाश पांडे, मनोरमा, उर्मिला, फरमान, राम बदन सागर, हरीश शर्मा, भगवत सिंह, निकिता ,मोहम्मद हनीफ, राधेश्याम शर्मा, अफसर अली, एसके सिंह, फहीम पटौदी, रमेश कांत प्रभाकर, गुरमीत सिंह, प्रकाश ढाली, सरिता, सुरेंद्र गिरधर, राजेंद्र कुमार, शक्ति प्रताप सिंह, फैजल मलिक, रवि सागर, राजवंत कौर, पुरुषोत्तम सिंह मौजूद रहे।