निकाय चुनाव से घबरा कर भाजपा ने प्रवर समिति को भेजा विधेयक: हरीश
देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने नगर निकाय विधेयक को प्रवर समिति को भेजने पर सवाल उठाए। मंगलवार को सोशल मीडिया पर भाजपा को घेरते हुए कहा कि सत्ता पक्ष निकाय चुनाव से घबराया हुआ है। इसी घबराहट में विधेयक को प्रवर समिति को भेज कर विधानसभा जैसी सर्वोच्च संस्था का भी अवमूल्यन किया है। पूर्व सीएम ने कहा कि भाजपा ने विधानसभा का भी एक संस्था के रूप में अवमूल्यन करते हुए नगर निकाय विधेयक को पर्वर समिति को भेजा। भाजपा यहीं नहीं रुकी, बल्कि नगर निकायों, नगर पालिकाओं के चुनाव में आसन्न हार से घबरा गई है। इसी घबराहट में भाजपा हाईकोर्ट की अवमानना करने का भी रास्ता निकाल रही है। हरीश ने भाजपा में आए कांग्रेसियों पर भी तंज कसा। कहा कि भाजपा के पाले में गये उज्याडू़ बल्द और भाजपा के प्रवक्ता गैरसैंण को लेकर मेरी तथ्यात्मक बात से बौखला हुए हैं। ये सत्य है कि जिस तेजी से 2016 में हमारी सरकार चल रही थी और हमने जो बजट पारित करवाया था, उससे आज गैरसैंण के यक्ष प्रश्न का समाधान हो चुका होता। यदि सरकार भंग नहीं होती और विधानसभा में पारित बजट प्रस्तावों को चार महीने उलझाया नहीं होता, तो नौ जिले भी अस्तित्व में आ गए होते। उन्होंने भाजपा पर गैरसैंण के पापियों को अपनाए रखने का भी आरोप लगाया।