नौकरी लगाने के नाम पर ठगी, छह साल बाद मुकदमा दर्ज
देहरादून। नौकरी लगाने के नाम पर तीन लाख रुपये की ठगी करने के मामले में पुलिस ने छह साल बाद मुकदमा दर्ज किया है। पीड़ित पहले पुलिस थाने व चौकियों के चक्कर काटता रहा, लेकिन जब उसकी कहीं सुनवाई नहीं हुई तो वह शिकायत लेकर पुलिस महानिदेशक के पास पहुंचा, तब कहीं जाकर पटेलनगर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। जेपी विद्या मंदिर जोशीमठ में संगीत अध्यापक यशवंत सिंह ने बताया कि वह 29 मार्च 2015 को एक प्रतियोगिता परीक्षा देने के लिए राजपुर रोड देहरादून आए थे। परीक्षा समाप्त होने के बाद राजपुर रोड पार्क के निकट वह अपने दोस्त का इंतजार कर रहे थे। इसी दौरान मकान लाल बेसरियाल निवासी ग्राम पैडा भंडेल्डी भीलंगना टिहरी गढ़वाल ने उनसे मुलाकात की। मकान लाल पीड़ित को स्कूटर में बैठाकर आईएसबीटी की तरफ ले गया और वहां पर दीपेश चौहान निवासी जसपुर उधमसिंहनगर व संदीप पाल निवासी सहस्रधारा रोड से मुलाकात करवाई। तीनों ने नौकरी लगाने के नाम पर पांच लाख रुपये की डिमांड की। यशवंत उनकी बातों में आ गया और इधर-उधर से रकम मंगवाकर दो लाख रुपये आरोपित को दे दिए। कुछ दिन बाद तीनों ने पीड़ि?त को फोन किया कि नौकरी लगने वाली है इसलिए रुपयों की जरूरत पड़ रही है। यशवंत ने आरोपितों के झांसे में आकर एक लाख रुपये और दे दिए। तीन लाख रुपये लेने के बाद आरोपितों ने न तो रुपये लौटाए और ना ही नौकरी लगवाई। यशवंत ने बताया कि उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस निरीक्षक चमोली से की थी, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
शिकायतकर्ता ने बताया कि 12 जनवरी 2020 को पुलिस मैदान गोपेश्वर में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार का कार्यक्रम था। इस दौरान डीजीपी ने अपने भाषणों में कहा कि ठगी की कोई शिकायत हो तो नि:संकोच पुलिस से शिकायत करें। डीजीपी की बात से प्रभावित होकर पीड़ित ने पुलिस मुख्यालय व सीएम पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवाई, जिसके बाद पटेलनगर कोतवाली पुलिस ने मंगलवार को मुकदमा दर्ज किया है। इंस्पेक्टर पटेलनगर कोतवाली प्रदीप राणा ने बताया कि मकान लाल बेसरियाल निवासी ग्राम पैडा भंडेल्डी भीलंगना टिहरी गढ़वाल, दीपेश चौहान निवासी जसपुर उधमसिंहनगर व संदीप पाल निवासी सहस्रधारा रोड के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।