सोनू की मौत के बाद कार्बेट टाइगर रिजर्व प्रशासन आया हरकत में, बनाई जांच कमेटी

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जयन्त प्रतिनिधि
कोटद्वार। झिरना रेंज की राइफल चोरी मामले में हिरासत में लिये गये वीट वाचर सोनू की मौत के बाद कार्बेट टाइगर रिजर्व प्रशासन हरकत में आ गया है। जिसके लिये पांच सदस्यीय टीम गठित कर जांच शुरू कर दी है। इधर, क्षेत्रीय जनता का कहना है कि यदि पार्क प्रशासन मुकदमा दर्ज करने के बजाए स्वयं के स्तर से जांच कर लेता तो शायद सोनू की जान नहीं जाती।
बताते चलें कि कार्बेट टाइगर रिजर्व की झिरना रेंज के अंतर्गत कठपुलिया चौकी से एक राइफल चोरी हो गई। मामले में 22 जुलाई को कालागढ़ थाने में तैनात पुलिस जनपद बिजनौर के अंतर्गत ग्राम फतेहपुर (धारा) निवासी वन वाचर सुनील कुमार सैनी उर्फ सोनू व पुष्कर सिंह को थाने में लाई। पूछताछ के दौरान सोनू की हालत बिगड़ गई, जिसके बाद उसी शाम पुलिस ने सोनू को स्वजनों को सौंप दिया। उपचार के दौरान बिजनौर में मध्य रात्रि उसकी मौत हो गई। शुक्रवार सुबह भारी तादाद में ग्रामीण सोनू के शव को लेकर कालागढ़ थाने में पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया। उनका आरोप था कि वन विभाग व पुलिस कर्मियों की पिटाई से सोनू की मौत हुई है।
हंगामे के दौरान यह बात सामने आई कि कार्बेट पार्क प्रशासन की ओर से राइफल की तलाश के लिए स्वयं क्या प्रयास किए गए? यह भी बात सामने आई कि जिस कर्मी को राइफल आवंटित की गई थी, राइफल चोरी होने के बाद उस कर्मी के विरुद्ध लापरवाही के मामले में कोई कार्रवाई की गई अथवा नहीं। स्वयं बिजनौर जनपद की बढ़ापुर विधानसभा के विधायक सुशांत कुमार व अफजलगढ़ क्षेत्र के पूर्व ब्लाक प्रमुख मलकीत सिंह ने वार्ता के दौरान कार्बेट पार्क प्रशासन से पूरे मामले की स्वयं के स्तर से जांच करवाने का आग्रह किया। कार्बेट पार्क प्रशासन की उप निदेशक कल्याणी ने बताया कि मामले में पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। बताया कि कमेटी को अविलंब पूरे मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं। रिपोर्ट मिलने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

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