मिट्टी सूखने के बाद हाईवे पर गिर रहे बोल्डर, चुनौती बन रहा सफर
वर्षाकाल में जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गया था कोटद्वार-दुगड्डा के मध्य राष्ट्रीय राजमार्ग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : वर्षाकाल में मुसीबत बने कोटद्वार-दुगड्डा राष्ट्रीय राजमार्ग पर चुनौतियां कम होने का नाम नहीं ले रही। हालत यह है कि पहाड़ की मिट्टी सूखने के बाद लगातार बोल्डर राष्ट्रीय राजमार्ग पर गिर रहे हैं। जिससे वाहन चालकों को आवाजाही में खतरा बना हुआ है। राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग जेसीबी की मदद से पहाड़ पर फंसे बोल्डरों को गिराने का कार्य कर रहा है।
बीते माह 8 अगस्त व 14 अगस्त को हुई अति वर्षा से नजीबाबाद-बुआखाल राष्ट्रीय राजमार्ग कोटद्वार-दुगड्डा के मध्य जगह-जगह बदहाल हो गया था। राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग को पहाड़ी से आए मलबे व बोल्डर को हटाने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। कई दिन तक राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात पूरी तरह बंद रहा। वर्षा काल थमने के बाद व्यवस्थाएं ठीक होने लगी। लेकिन, अब पहाड़ की मिट्टी सूखने के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर दोबारा बोल्डर लुढ़कने लगे हैं। ऐसे में राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजरने वाले वाहन चालकों को हर समय दुर्घटनाओं का अंदेशा बना हुआ है। कोटद्वार से दुगड्डा तक 15 किलोमीटर के सफर में यात्रियों की सांसें अटकी रहती हैं।
पुश्तों की नहीं ले रहे सुध
ऊपर पहाड़ी में फंसे बोल्डर के साथ ही क्षतिग्रस्त सड़क के पुश्ते भी वाहन चालकों को डरा रहे हैं। हालत यह है कि राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग की ओर से अब तक पुश्ता निर्माण का कार्य शुरू नहीं किया गया है। कई स्थानों पर बने बड़े-बड़े गड्ढे भी वाहन चालकों की कमर तोड़ रहे हैं। अधिकारी राष्ट्रीय राजमार्ग मरम्मत के लिए शासन को प्रस्ताव भेजने की बात कहकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहा है।
नहीं दिख रहे चेतावनी बोर्ड
कोटद्वर-दुगड्डा के मध्य राष्ट्रीय राजमार्ग पर कहीं भी चेतावनी बोर्ड नजर नहीं आ रहे। नतीजा वाहन चालकों को मार्ग पर पड़ने वाले खतरे की जानकारी भी नहीं मिल पा रही है। पूर्व में लगे चेतावनी बोर्ड भी राष्ट्रीय राजमार्ग से गायब हो चुके हैं। क्षेत्रवासियों ने बेहतर सफर के लिए मार्ग मरम्मत के साथ ही चेतावनी बोर्ड भी लगवाने की मांग की है।