जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : निकाय चुनाव में मतदान संपन्न होने के बाद अब जीत-हार का गणित लगने लगा है। प्रत्याशी व उनके समर्थक अपनी स्थिति का आंकलन करते हुए नजर आए। यही नहीं कई समर्थक बूथों के बाहर वोट करके आने वाले मतदाओं का भी चेहरा पढ़ रहे थे। लेकिन, मतदाताओं की खामोशी उनकी चिंता बढ़ा रही थी। नतीजा क्या होगा इसका पता 25 जनवरी की तिथि ही निर्धारित करेगी।
निकाय चुनाव में प्रचार-प्रसार करते हुए प्रत्याशियों व उनके समर्थकों ने खूब पसीना बहाया। यही कारण है कि वह अपनी जीत को पक्का मान रहे हैं। मतदान संपन्न होने के बाद समर्थक व उनके प्रत्याशी अपनी जीत की गणित लगा रहे हैं। राजनीतिक दलों ने अपने प्रभारियों से बूथ स्तर से मतदान के रुझान तलब किए हैं। कांटे की टक्कर वाले क्षेत्रों में पार्टियों की सर्वाधिक नजर है। इन क्षेत्रों की गणित प्रत्याशियों व उनके समर्थकों के लिए काफी मुश्किल भी होने वाली है। फिलहाल, अब तक की गणित में सभी प्रत्याशी अपने जीत को सुनिश्चित मान रहे हैं। कई वार्डों में वोटरों की चुप्पी ने भी प्रत्याशी व उनके समर्थकों की चिंता बढ़ाई है। खासकर महिला वोटरों को पढ़ना प्रत्याशियों के लिए मुश्किल हो रहा है। जबकि, पुरुष व युवा वोट कर खुलकर अपने प्रत्याशी के समर्थन में थे। मतदान के बाद से ही चुनावी गणित लगने का सिलसिला शुरू हो गया था। मतदान केंद्रों के बाहर प्रत्याशियों के समर्थक वोटरों के चेहरों को भी पढ़ने का प्रयास कर रहे थे। कई समर्थक वोटरों के चेहरों को देखकर अपने प्रत्याशी की जीत-हार का निर्णय करते हुए नजर आए। वहीं, राष्ट्रीय पार्टी के बड़े नेता प्रत्येक बूथ में घूम-घूम कर कार्यकत्र्ताओं व पदाधिकारियों से स्थिति की जानकारी ले रहे थे।