उत्तराखंड

पर्यावरण संस्थान अल्मोड़ा और एसएसजे विश्वविद्यालय के मध्य हुआ करार

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अल्मोड़ा। गोविन्द बल्लभ पन्त राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान, कोसी-कटारमल, अल्मोड़ा और सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा के मध्य शोध और विकास कार्यों हेतु 18 फरवरी रविवार को शोध और विकास कार्यों के लिए एक करार हुआ, जिसमें राष्ट्रीय हिमालयी पर्यावरण संस्थान, अल्मोड़ा के निदेशक प्रो सुनील नौटियाल और सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो एस एस बिष्ट के द्वारा समझौता पत्र पर हस्ताक्षर हुए। ज्ञात है कि सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित ष्क्लाइमेट चेंज एण्ड सस्टेनेबिलिटी अफ नेचुरल रिसोर्सेस इन हिमालयन रीजनष् विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार के उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पर्यावरण संस्थान के निदेशक प्रो सुनील नौटियाल ने प्रतिभाग किया। अपने उदबोधन में प्रो नौटियाल ने संस्थान तथा इसकी क्षेत्रीय इकाइयों द्वारा हिमालयी क्षेत्रों में विभिन्न पर्यावरणीय मुद्दों पर किये जा रहे विकासात्मक कार्यो और हितधारकों द्वारा लिये जा रहे लाभों से सबको अवगत कराया। अपने संबोधन में उन्होंने जलवायु परिवर्तन से जुड़े मुख्य बिंदुओं पर प्रतिभागियों को अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि आज हुए करार के तहत दोनों संस्थानों के बहुविषयक विषय विशेषज्ञ हिमालयी क्षेत्रों के विकास और इस हेतु नीति निर्माण में मिलकर कार्य करने में काफी लाभप्रद होगा। इस कार्यक्रम में संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक ड आई डी भट्ट, ड सतीश आर्य, ड के एस कनवाल, ड आशीष पांडे, ड सुरेश राणा तथा सजीश कुमार आदि उपस्थित रहे।

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