ऋषिकेश(। एम्स ऋषिकेश में संस्थान का चतुर्थ व्हाइट कोट समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर एमबीबीएस 2025 बैच के प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं ने चिकित्सकीय पेशे की शपथ ली और व्हाइट कोट पहनकर चिकित्सा क्षेत्र में औपचारिक रूप से प्रवेश किया। समारोह का शुभारंभ मुख्य ऑडिटोरियम में वैज्ञानिक प्रदर्शनी के साथ हुआ।
मुख्य अतिथि संस्थान के अध्यक्ष एवं ऑर्थो सर्जन प्रो. राज बहादुर ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि एक अच्छा डॉक्टर वही है जो रोगी की समस्या को गंभीरता से सुने और अपने अनुभव से उसका कष्ट दूर करे। उन्होंने छात्रों को स्वास्थ्य सेवा में सेवा भाव से संकल्पित होने का संदेश दिया और कहा कि शिक्षा के दौरान अर्जित अनुभव को रोगियों की सेवा में लगाना ही देश की उन्नति में सार्थक योगदान होगा।
कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह ने कहा कि चिकित्सा, अनुसंधान और विज्ञान में निरंतर कार्य करना ही व्हाइट कोट की पहचान है। डीन एकेडेमिक प्रो. जया चतुर्वेदी ने उम्मीद जताई कि छात्र भविष्य में सेवाभाव से देश की उन्नति करेंगे। समारोह को पीजीआईएमआर चंडीगढ़ के पूर्व निदेशक प्रो. योगेश चावला, सिंगापुर जनरल हॉस्पिटल के प्रो. प्रेमा राज जेयाज और मैक्स सुपरस्पेशिलिटी हॉस्पिटल साकेत के चेयरमैन प्रो. सुभाष गुप्ता ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर पहला प्रो. समीरन नंदी ओरेशन भी आयोजित किया गया। प्रो. नंदी भारतीय गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल सर्जन, चिकित्सा शिक्षाविद और लेखक रहे हैं। उनके शानदार करियर और योगदान को याद करते हुए “भारत में 5 हजार ट्रांसप्लांट के जरिए मेरी यात्रा” शीर्षक से व्याख्यान प्रो. सुभाष गुप्ता ने प्रस्तुत किया।
समारोह के दौरान स्टूडेंट अल्मनैक, क्लाइमेट न्यूज लेटर और जेएमई-बीएमजे कैलेंडर भी जारी किए गए, जिनमें कैंपस जीवन की जीवंतता, शैक्षणिक उपलब्धियां और संस्थान की सस्टेनेबिलिटी संबंधी गतिविधियों को दर्शाया गया।