ऋषिकेश। शहर की व्यस्ततम और संवेदनशील एम्स रोड अतिक्रमण की चपेट में है। सड़क की जड़ में ठेली-खोखे डालकर दुकानें चल रही हैं। शिवाजीनगर तिराहा सवारी वाहनों का अड्डा बना हुआ है, जिससे न सिर्फ यहां इलाज को पहुंचने वाले मरीजों को दिक्कत हो रही है, बल्कि एंबुलेंस के भी कई दफा अतिक्रमण से जाम के चलते गंभीर किस्म के मरीजों की जान को भी खतरा बना हुआ है। हैरानी है कि अतिक्रमण से चंद कदमों की दूरी पर एम्स में पुलिस की चौकी है, जिसमें प्रभारी के साथ कई पुलिसकर्मी भी तैनात हैं, लेकिन न तो यह पुलिसकर्मी यातायात और न ही अतिक्रमण हटाने को लेकर कोई कार्रवाई करते दिख रहे हैं। जिम्मेदार नगर निगम और पीडब्ल्यूडी भी सड़क पर अतिक्रमण से मुंह फेरे नजर आ रहा है। अनदेखी से व्यस्ततम मार्ग पर सुबह से लेकर रात तक सवारी वाहनों के जमावड़े, अतिक्रमण और अवैध पार्किंग से अराजक माहौल बना हुआ है। स्थिति यह है कि एम्स से आने-जाने वाली एंबुलेंस भी कई बार अतिक्रमण और शिवाजीनगर तिराहे पर सवारी वाहनों के जमावड़े में फंस चुकी है। बावजूद, विभागीय अधिकारी कार्रवाई को तैयार नहीं दिख रहे हैं।
तिराहे से लेकर बैराज तक अवैध पार्किंग: अमूमन सड़कों के किनारे फुटपाथ पैदल चलने के लिए होता है, लेकिन एम्स रोड पर यह फुटपाथ वाहनों की अवैध पार्किंग बना हुआ है, जिससे एम्स में आसपास आने-जाने वाले पैदल लोगों को मजबूरन पक्की सड़क पर चलना पड़ रहा है। इससे हरवक्त मार्ग दुर्घटना का खतरा बना हुआ है। कई दफा यहां हादसे भी हो चुके हैं, लेकिन पुलिस प्रशासन अवैध पार्किंग हटाने के लिए अभीतक कोई कार्रवाई करता नजर नहीं आया है।