आजीवका के लिए पारिस्थितिकीय तंत्र को मजबूत करने पर जोर

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चमोली। मारिया आश्रम घाट व करुणा सेवा संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर आजीविका के लिए पारिस्थितिकीय तंत्र को मजबूत करने पर जोर दिया गया। गोपेश्वर में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में सभी विभागों से आए प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया। आयोजकों ने बताया कि प्रशिक्षण में आजीविका के संसाधनों को मजबूत करने के अलावा पारिस्थितिकीय तंत्र को मजबूत कर किसान समूहों को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दिया गया। सरकार द्वारा किसानो के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं का प्रचार प्रसार कर आम नागरिकों को इन योजनाओं का लाभ देने की बात भी हुई। मारिया आश्रम के प्रबंधक फादर जीजो ने संस्था द्वारा संचालित गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि संस्था विकासखंड घाट व कर्णप्रयाग के गांवों में बेहतर आजीविका को लेकर प्रयासरत है। किसान समूहों को जैविक खेती, आपदा प्रबंधन, प्राकृतिक संसाधनों को संरक्षित करने, किसान समूहों द्वारा उत्पादित फसलों को उचित विपणन कर रोजगार के अवसर प्रदान करने का कार्य कर रही है। वक्ताओं ने कहा कि परंपरागत फसलों को बढ़ावा देकर किसान अपनी फसल का उचित मूल्य पा सकता है। जैविक कृषि मास्टर ट्रेनर सुखबीर रौतेला ने जैविक खेती व बर्मी कम्पोस्ट से भूमि की उत्पादन क्षमता को बढ़ावा देने पर फोकस किया। उद्यान विभाग के कर्मचारियों ने उद्यान विभाग से संचालित योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पहाड़ में उद्यान की अपार संभावनाएं है। पशुपालन के जरिए भी रोजगार की दिशा में कार्य करने की अपील की गई। कोरोना संक्रमण को लेकर भी इस दौरान प्रशिक्षणार्थियों को जागरूक किया गया। इस अवसर पर चौकी प्रभारी घाट मोहन आर्य, सिस्टर मारिया, सिस्टर सरीन एनिमेटर, विक्रम सिंह, आनंद सिंह, राजेंद्र सिंह, परमजीत, राजेश कुमार मौजूद थे।

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