आक्रोशित छात्रसंघ ने लगाया बूढ़ाकेदार-घनसाली यात्रा मार्ग पांच घंटे जाम
नई टिहरी। बालगंगा महाविद्यालय परिसर गेट के बाहर दो सूत्रीय मांग को लेकर पिछले एक सप्ताह से क्रमिक अनशन पर बैठे छात्रों की मांग पर अमल नहीं किए जाने से आक्रोशित छात्रसंघ ने बूढ़ाकेदार-घनसाली यात्रा मार्ग को पांच घंटे जाम कर दिया, जिस कारण दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। इस दौरान दिव्यांग व दुधमुंहे बच्चे घंटों जाम में फंसे रहे। वहीं अपने काम से तहसील व ब्लाक मुख्यालय आने वाले स्थानीय निवासी भी बैरंग लौट गए। कड़ाके की सर्दियों में पिछले सात दिनों तक क्रमिक अनशन पर बैठे छात्रों की मांग को गंभीरता से नहीं लिए जाने पर गुरुवार को छात्रसंघ के नेतृत्व में आक्रोशित छात्र सुबह 11 बजे कालेज के समीप बूढ़ाकेदार-घनसाली यात्रा मार्ग पर पहुंचे और कालेज प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क को जाम कर दिया। छात्रों ने करीब पांच घंटे तक सड़क जाम रखी, जिससे कई दिव्यांग, दुधमुंहे बच्चे, बीमार व्यक्ति जाम में फंसे रहे। इस दौरान इन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं मार्ग के दोनों ओर वाहनों की भी लंबी कतार लग गई। सर्दी के मौसम में स्थानीय निवासी घंटों जाम से जूझते रहे। छात्रों का कहना है कि कॉलेज के प्रबंधक छात्रों को वर्षो से गुमराह कर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। पिछले सात दिनों से कालेज के प्रांतीयकरण व वार्षिक परीक्षाफल में आंतरिक परीक्षा के अंक जोड़ने की मांग को लेकर लगातार कालेज प्रशासन से बात करते आ रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई, जिससे छात्रों को चक्का जाम करने पर मजबूर होना पड़ा। छात्रसंघ अध्यक्ष अंजली चौहान का कहना है कि कॉलेज छात्रों को लगातार गुमराह करने में लगा है। छात्रों के आंतरिक परीक्षा के अंक न जुड़ने पर बीए फाइनल के 250 से अधिक छात्र फेल हो गए हैं, जिससे छात्रों में भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि जाम के घंटों बाद भी प्रशासन का कोई भी सक्षम अधिकारी मौके पर नही आया है, जिसे छात्रों की समस्या का कोई समाधान नहीं निकल पाया है। पांच घंटे बाद में एसडीएम संदीप तिवाड़ी ने छात्र संघ पदाधिकारियों व कालेज के प्राचार्य डॉ. शिवदयाल जोशी को अपने कार्यालय में बुलाया और उनके लिखित आश्वासन के बाद ही चार बजे शाम जाम खुल पाया। जाम लगाने वालों में नरेंद्र सिंह, गुरुचरण, सिमरन, सोनी नेगी, पूनम बिष्ट, सौरभ, आकाश, सतेंद्र, दीपिका, साबित, कविता, मंजू, हयात कंडारी, अनूप बिष्ट आदि मौजूद थे।
मौके पर आते एसडीएम तो नहीं होती परेशानी
घनसाली मुख्य मोटर मार्ग पर जाम लगे चार घंटा बीतने के बाद भी प्रशासन की तरफ से आए चमियाला तहसीलदार आरएस रावत कोई ठोस निर्णय नहीं ले सके, जिससे सड़क पर लगे जाम के कारण स्थानीय निवासी परेशान रहे। दिन भर तहसील में बैठे एसडीएम संदीप तिवारी अगर जाम लगते ही मौके पर आ जाते तो जाम कुछ देर बाद ही खुल जाता लेकिन एसडीएम मौके पर नहीं आए, जिस कारण स्थानीय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस दौरान छात्रों ने प्रशासन के खिलाफ आक्रोश जताया। शाम चार बजे भी एसडीएम ने अपने कार्यालय में ही छात्रों को बुलाया, जिसके बाद जाम खुल पाया।