‘नकरात्मकता के साथ बने गठबंधन कभी भी सफल नहीं हो पाए’, एनडीए की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी का विपक्ष पर तंज
नई दिल्ली, एजेंसी। एनडीए के घटक दलों के साथ मंगलवार को हुई बैठक को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया। बैठक के बाद पीएम मोदी ने विपक्ष पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब गठबंधन सत्ता की मजबूरी से होता है, जब गठबंधन भ्रष्टाचार के इरादे से हो, जब गठबंधन परिवारवाद की नीति पर आधारित हो, जब गठबंधन जातिवाद और क्षेत्रवाद को ध्यान में रखकर किया जाता है तो वह गठबंधन देश को बहुत नुकसान पहुंचाता है।
उन्होंने कहा कि एनडीए के 25 वर्षों की इस यात्रा के साथ एक और संयोग जुड़ा है। ये वह समय है, जब हमारा देश आने वाले 25 वर्षों में एक बड़े लक्ष्य की प्राप्ति के लिए कदम बड़ा रहा है। ये लक्ष्य विकसित भारत का है, आत्मनिर्भर भारत का है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक तरह से एनडीए अटल जी की एक ओर विरासत है, जो हमें जोड़े हुए है। एनडीए के निर्माण में आडवाणी जी ने भी बहुत अहम भूमिका निभाई थी और वो आज भी हमारा मार्गदर्शन कर रहे हैं। हाल ही में एनडीए के गठन के 25 साल पूरे हुए हैं। ये 25 वर्ष देश की प्रगति को गति देने और क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करने के रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि राज्यों के विकास से देश का विकास, इस मंत्र के साथ एनडीए ने हमेशा काम किया है। मैं नए साथियों का हृदय का स्वागत करता हूं। एनडीए के 25 वर्षों की यात्रा के साथ एक और सुखद संयाग जुड़ा है। यह वह समय है , जब हमारा देश आने वाले 25 साल के लिए बड़े लक्ष्य की ओर कदम बढ़ा रहा है। यह लक्ष्य विकसित भारत और आत्मनिर्भर भारत का है। इस अहम कालखंड में एनडीए की बहुत बड़ी भूमिका है।
उन्होंने कहा कि एनडीए का मतलब है एन-न्यू इंडिया, डी- विकसित राष्ट्र, ए- लोगों की आकांक्षा। आज युवा, महिलाएं, मध्यम वर्ग, दलित और वंचितों को ठऊअ पर भरोसा है। सभी का विश्वास एनडीए पर है। अर्थशास्त्री से लेकर कई अहम लोग भी यही मानते हैं। सरकारें बहुमत से बनता है, लेकिन देश सबके प्रयास से चलता है। ऐसे में एनडीए सबके प्रयास के साथ आगे बढ़ रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में राजनीतिक गठबंधनों की एक लंबी परंपरा रही है, लेकिन जो भी गठबंधन नकरात्मकता के साथ बने वह कभी भी सफल नहीं हो पाए। कांग्रेस ने 90 के दशक में देश में अस्थिरता लाने के लिए गठबंधनों का इस्तेमाल किया। कांग्रेस ने सरकारें बनाईं और सरकारें बिगाड़ीं। उन्होंने कहा कि 1988 में ठऊअ का गठन हुआ था, लेकिन सिर्फ सरकारें बनाना और सत्ता हासिल करना एनडीए का लक्ष्य नहीं था। एनडीएकिसी के विरोध में नहीं बना था, एनडीए किसी को सत्ता से हटाने के लिए नहीं बना था। एनडीए का गठन देश में स्थिरता लाने के लिए हुआ था।
पीएम मोदी ने विपक्ष पर करारा हमला करते हुए कहा कि जब हम विपक्ष में थे, तब भी हमने हमेशा सकारात्मक राजनीति की। हमने कभी जनादेश का अपमान नहीं किया।
हमने सरकारों का विरोध करने के लिए कभी भी विदेशी मदद नहीं मांगी। हम विपक्ष में रहे लेकिन देश के विकास में न रोड़े अटकाए और न ही रूकावट बने।उन्होंने कहा कि 2014 से पहले की गठबंधन सरकार का उदाहरण हमारे सामने है। प्रधानमंत्री के ऊपर एक आलाकमान, पॉलिसी पैरालिसिस, निर्णय लेने में अक्षमता, अव्यवस्था और अविश्वास, खींचतान और भ्रष्टाचार, लाखों-करोड़ों के घोटाले। पूरे देश ने यह सब देखा है।