अल्मोड़ा एनएच में फिर डामरीकरण का कार्य किया शुरू
अल्मोड़ा। ज्योलीकोट-अल्मोड़ा कर्णप्रयाग एनएच में किये जा रहे डामरीकरण की गुणवत्ता पर सवाल उठने के बाद विभाग हरकत में आ गया। ठेकेदार ने एक बार फिर मार्ग पर डामरीकरण का कार्य शुरू कर दिया है। एनएच में जिन जगहों पर डामर उखड़ चुका है उन जगहों पर डामरीकरण फिर से किया जा रहा है। जिससे कि मार्ग यातायात में किसी तरह की दिक्कत पेश ना आये। ज्योलीकोट से अल्मोड़ा होते हुये कर्णप्रयाग तक राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या (109) में 114 किमी एनएच रानीखेत की ओर से देखा जाता है। वर्तमान में एनएच रानीखेत की ओर से 114 में से 78 किमी सड़क में डामरीकरण किया जा रहा है। जिसमें अब तक 43 किमी सड़क में डामरीकरण का कार्य पूरा कर लिया है। क्वारब से क्वराली तक 33 किमी सड़क में 22 करोड़ की लागत से डामरीकरण किया जा रहा है। अब तक विभाग ने 16 सड़क में डामरीकरण का कार्य पूरा कर लिया है। इसके बाद क्वैराली से रानीखेत के नीचे गगासघाटी तक 22 किमी सड़क में आठ करोड़ की लागत से डामरीकरण किया जा रहा है। इसमें 12 किमी सड़क में डामरीकरण का कार्य पूरा कर लिया है। इसके अलावा चौखुटिया से लेकर पांडुवाखाल तक 21 किमी सड़क में 14 करोड़ की लागत से डामरीकरण किया जा रहा है। वर्तमान समय तक यहां 15 किमी सड़क में डामरीकरण का कार्य पूरा कर लिया है। इधर अल्मोड़ा में करबला तिराहे से लगे एचएम के पास करीब 15 दिन पहले किया डामरीकरण उखड़ने लगा था। विषक्ष ने भी डामरीकरण की गुणवत्ता पर सवाल उठाये थे। जिसके बाद हरकत में आये विभाग ने सड़क में एक बार फिर से जिन जगहों पर डामर उखड़ रहा है वहा डामरीकरण कर सड़क को ठीक किया जा रहा है। हालाकि एनएच रानीखेत के अधिशासी अभियंता महिपाल सिंह कालाकोटी ने कहा कि डामरीकरण का पहला कोट डालने के बाद मार्च में ठंड खत्म होने पर दूसरा कोट डालने का काम शुरू किया जाएगा।