अंबेडकर जयंती पर वाल्मिीकि चेतना सभा का आयोजन किया
हरिद्वार। भारतीय वाल्मीकि धर्म समाज (भावाधस) जिला संगठन की ओर से भारत रत्न बाबा साहब डा.भीमराव अंबेडकर के 130वें जन्म दिवस के अवसर पर ज्वालापुर स्थित वाल्मिीकि धर्मशाला में वाल्मीकि चेतना सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भावाधस के राष्ट्रीय संयुक्त मंत्री वीर हंसराज कटारिया ने कहा कि बाबा साहब डा.अंबेडकर के संघर्ष की बदौलत ही दलितों, मजदूरों, गरीबों, अल्पसंख्यकों महिलाओं को वंचितों को वह सब अधिकार दिलाए जिनसे उन्हें सदियों तक वंचित रखा गया था। प्रदेश महामंत्री वीर प्रिंस लोहट ने कहा कि बाबा साहब ने भारत मे किए जा रहे जाति एवं सामाजिक भेदभाव को खत्म करने के लिए युद्ध स्तर पर अभियान चलाया था। उनके संघर्ष व संविधान में किए गए प्रावधानों से ही जातिगत व सामाजिक भेदभाव दखत्म हुआ और दलितों, वंचितों को उनके अधिकार मिले। दलितों, वंचितों को उनके अधिकार दिलाने के लिए उन्होंने कई बलिदान किए। बाबा साहब के इस योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। जिला संयोजक वीर संदीप चीनालिया ने कहा कि बाबा साहब ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यकों व पिछड़े समाज को उचित सम्मान एवं अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहने के लिए तीन मूल मंत्र दिए थे, शिक्षित बनो, संगठित रहा,े संघर्ष करो। सभी को उनके द्वारा दिए गए तीनों मंत्रों को आचरण में आत्मसात कर समाज उत्थान में योगदान करना चाहिए। सभा में विपिन घावरी, आकाश चंचल, मनीष चंचल, दीपक कांगड़ा, सुरेंद्र मंगोलिया, मन्नू, धनेश, राजकुमार खोबे, नीटू द्रविड़, अशोक हवलदार, किशोर कुमार, संजय, चंदन, आकाश, दीपू, श्याम, सुनील दत्त, विकेश कुमार, मुकेश चंचल, प्रमोद, हनुमान, मनीष लोहट, आशीष सागर आदि सहित बड़ी सख्या में लोग उपस्थित रहे।