अमेरिकी फार्मा कंपनी फाइजर का दावा, तीसरे चरण के ट्रायल में कोरोना वैक्सीन 90 फीसदी से ज्यादा प्रभावी
नई दिल्ली, एजेंसी। अमेरिकी फार्मा कंपनी फाइजर जर्मन बायोटेन फर्म बायोएनटेक द्वारा संयुक्त रूप से विकसित वैक्सीन तीसरे चरण में 90 फीसदी से अधिक प्रभावी साबित हुई है। कंपनियों ने सोमवार का इसकी घोषणा की। शुरुआत निष्कर्षों से पता चला है कि पहली बार डोज दिए जाने के 28 दिनों बाद और दूसरे बार दो खुराक दिए जाने के 7 दिन बाद मरीज को सुरक्षा प्राप्त हुई है।
फाइजर के अध्यक्ष और सीईओ अल्बर्ट बोरला ने एक बयान में कहा कि हमारे तीसरे चरण के ट्रायल के पहले सेट में कुछ ऐसे सबूत मिलने है जिससे यह पता चलता है कि यह कोरोना वायरस को रोकने में प्रभावी है।
दूसरी आस्ट्रेलिया की सीएसएल लिमिटेड कंपनी ने सोमवार को अक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका यूनिवर्सिटी के कोरोना वायरस वैक्सीन का उत्पादन शुरू कर दिया है। सिडनी के 2जीबी रेडियो के अनुसार आज विक्टोरिया में वैक्सीन की तीन करोड़ खुराक के उत्पादन के दायरे में पहुंच गई है।
स्वास्थ्य मंत्री ग्रेग हुंट ने 2जीअी को कहा, वैक्सीन स्वेच्छा से लगाया जा रहा है, लेकिन हम अधिक से अधिक लोगों को इसके लिए प्रोत्साहित करेंगे। हमें विश्वास है कि अस्ट्रेलियाई जनसंख्या के हिसाब से हमारे पास बहुत अधिक वैक्सीन है।