अमित शाह ने केंद्रीय मंत्रिमंडल में आरसीपी सिंह को शामिल किए जाने पर नीतीश कुमार के दावे का किया खंडन
नई दिल्ली, एजेंसी। पिछले हफ्ते बिहार में नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ गठबंधन को तोड़कर आरजेडी के साथ मिलकर सरकार बना ली। इसके साथ ही नीतीश कुमार ने केंद्र में भाजपा पर कई तरह के आरोप लगाए। इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उस दावे का खंडन किया कि पिछले साल केंद्रीय मंत्रिमंडल में आरसीपी सिंह को शामिल करने के लिए उनकी मंजूरी नहीं थी। यह जानकारी समाचार एजेंसी पीटीआई ने पार्टी सूत्रों के हवाले से दी है।
मंगलवार को बिहार भाजपा कोर ग्रुप के सदस्यों के साथ बंद कमरे में हुई बैठक में अमित शाह ने कहा कि जेडीयू के नेता ने पिछले साल जुलाई में मंत्रिमंडल के विस्तार से पहले उनकी पार्टी के प्रतिनिधित्व पर उनसे बात की थी।
चूंकि, आरसीपी सिंह तब जेडीयू के अध्यक्ष थे। मोदी सरकार में शामिल होने के इच्टुक थे। नीतीश कुमार ने अमित शाह से कहा कि उन्हें शामिल किया जा सकता है। पार्टी सूत्रों ने बैठक में इस मुद्दे पर अमित शाह की टिप्पणियों को साझा करते हुए यह बात कही।
गृह मंत्री ने यह भी कहा कि नीतीश कुमार चाहते थे कि उनकी पार्टी के दो सदस्यों को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया जाए, लेकिन अगर पार्टी के केवल एक सदस्य को सीट दी जाती है तो सिंह को शामिल करने का समर्थन किया।
बता दें कि भाजपा से नाता तोड़ने के बाद नीतीश कुमार ने दावा किया था कि उनके हालिया पतन से पहले लंबे समय तक उनके करीबी रहे आरसीपी सिंह को केंद्र सरकार में शामिल करने की उनकी मंजूरी नहीं थी। अधिक मंत्री पद की अपनी मांग के लिए भाजपा ने तब जेडीयू को अवगत कराया था कि वह उसे एक से अधिक मंत्री पद नहीं दे सकती। यह देखते हुए कि शिवसेना को भी केवल एक सीट दी गई थी।
मालूम हो की शिवसेना ने 2019 के लोकसभा चुनाव में जेडीयू से ज्यादा लोकसभा सीटें जीती थीं। शिवसेना ने 2020 में भाजपा से नाता तोड़ लिया जबकि जेडूयू ने पिछले हफ्ते ही भाजपा के साथ गठबंधन छोड़ दिया है।
गौरतलब है कि बिहार भाजपा नेताओं को मंगलवार की हुई बैठक में केंद्रीय नेतृत्व द्वारा जेडीयू-आरजेडी सरकार को आक्रामक रूप से लेने के लिए कहा गया है। क्योंकि बिहार भाजपा ने 2024 के चुनावों में 40 लोकसभा सीटों में से 35 जीतने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।