खौफ में दिन काट रहे आमसौड़वासी, सरकार से पुनर्वास की उम्मीद
गांव के ऊपर झावाण की पहाड़ी से लगातार गिर रहे बोल्डर
जयन्त प्रतिनिधि।
दुगड्डा ब्लॉक के अंतर्गत आमसौड़वासी खौफ में दिन काटने को मजबूर हो गए हैं। हालत यह है कि गांव के ऊपर झावाणा की पहाड़ी से लगातार बोल्डर गिर रहे हैं। गांव में भू-धंसाव का भी खतरा बना हुआ है। ऐसे में अब ग्रामीणों को सरकार से उनके पुनर्वास की उम्मीद बनी हुई है। ग्रामीण लगातार उनके पुनर्वास की मांग भी उठा रहे हैं।
कोटद्वार से करीब 12 किलोमीटर दूर स्थित आमसौड़ गांव के अस्तीत्व पर खतरा मंडराने लगा है। वर्षा काल के दौरान गांव के ऊपर स्थित झावाणा की पहाड़ी से गांव में बड़े-बड़े बोल्डर गिरने लगे थे। आनन-फानन में पुलिस व प्रशासन ने खतरे की जद में आए भवनों को खाली करवाया। वर्तमान में वर्षा काल थमने के बाद यह परिवार दोबारा अपने घरों में शिफ्ट होने की तैयारी कर रही है। लेकिन, पहाड़ी से बोल्डर गिरने का दौर अब भी जारी है। यही नहीं भू-धंसाव के कारण भवनों के धराशायी होने का भी खतरा बना हुआ है। ग्रामीण दुर्गा सिंह बिष्ट, विक्रम सिंह, ज्ञान सिंह, संतन सिंह व गणेश जुयाल ने बताया कि आमसौड़ गांव में 25 भवन पूरी तरह खतरे की जद में आ गए हैं। दिन भर परिवार अपने घर में रहते हैं। लेकिन, रात के समय उन्हें अन्यत्र शिफ्ट होना पड़ता है। शासन-प्रशासन पीड़ितों की सुध लेने को तैयार नहीं है। बच्चों की शिक्षा व्यवस्था भी चौपट हो चुकी है। ग्रामीणों के पास प्रभावित क्षेत्र के अतिरिक्त कोई अन्य स्थान नहीं है। ऐसे में सरकार को उनके पुनर्वा पर ध्यान देना चाहिए।