आंधी ने उड़ाई 200 गांवों की बिजली
बागेश्वर। मौसम का मिजाज बिगड़ा तो लोगों की परेशानी भी बढ़ गई है। होली का रंग पड़ने से पहले ही बिजली ने रंग में भंग कर दिया। 200 गांवों के लोगों ने अंधेरे में रात काटी। बिजली के मेन लाइन में पेड़ गिरने और बिजलीघर में आकाशीय बिजली गिरने से डिस्क, इंसुलेटर आदि जल गए हैं। विभाग लाइन की मरम्मत में जुट गया है। लोगों ने जल्द आपूर्ति सुचारू करने की मांग की है। मंगलवार की रात करीब पौने 12 बजे अचानक मौसम खराब हो गया। बागेश्वर से विजयपुर होते हुए बनलेख बिजली घर तक जाने वाली 33000 वोल्ट की मुख्य लाइन में मनकोट के निकट पहाड़ी पर आकाशीय बिजली गिरने से डिस्क इंसुलेटर व पिन इंसुलेटर जल गए। इस कारण 190 गांवों की बिजली गुल हो गई। बिजली बाधित विजयपुर से कांडा धरमघर स्यकोट व महरुड़ी, सेरी, भंतोला, पातल, दोफाड़, रीमा, पचार सनगाड़, बनलेख, उडियार, रावतसेरा, सानिउडियार, ढांगा, खातीगांव, भैसूड़ी, टकनार समेत 190 गांव की बिजली बाधित हुई। इसके अलावा बिजली की लाइन में पेड़ गिरने से खोली, काकड़ा, अमतौड़ा, स्यूनी, डुंगरगांव, नैल, सातरतबे , क्वैराली समेत दस गांव की बिजली गुल रही। बिजली गुल होने से लोगों के बिजली के उपकरण ठप पड़ गए। लोगों के मोबाइल फोन शोपीस बनकर रह गए। लोगों ने विभाग से जल्द समस्या का समाधान करने की मांग की है। इधर ऊर्जा निगम के ईई भाष्कर पांडेय ने बताया कि बिजली की लाइन में आया पेड़ काट दिया है। डिस्क और इंसुलेटर बदले जा रहे हैं। जल्द आपूर्ति सुचारु हो जाएगी।