नई टिहरी : भिलंगना ब्लॉक के केपार्स गांव में आंगनबाड़ी केंद्र का भवन विगत पांच वर्षों से अधूरा पड़ा है। जिस कारण केंद्र में रह रहे बच्चों को निजी कमरे में रखना पड़ रहा है। केपर्स गांव में विगत पांच वर्ष पूर्व ग्राम प्रधान द्वारा मनरेगा के तहत 5 लाख रुपये की स्वीकृति दिलाई। लेकिन मात्र चाहरदीवारी खड़ी करने के बाद धन के अभाव में भवन की छत नहीं पड़ पाई। इस संबंध में ग्राम प्रधान ममता देवी ने तहसील दिवस में मामले को उठाया। बाल विकास विभाग से धन उपलब्ध कराने की मांग की। लेकिन अभी तक इस संबंध में कोई कार्यवाही नहीं हो पाई। इस संबंध में बाल विकास परियोजना अधिकारी संगीता गोयल का कहना है कि 2 लाख रुपये बाल विकास विभाग द्वारा भवन के लिए उपलब्ध कराए जाने थे। लेकिन ग्राम प्रधान द्वारा विभाग को जानकारी दिए बगैर मनरेगा से कार्य कराया गया। अत: मामला विभागव के संज्ञान में नहीं है। मामले की रिपोर्ट जिला कार्यक्रम अधिकारी को भेजी गई है। उनके स्तर से ही कार्यवाही की जाएगी। (एजेंसी)