आंगनबाड़ी वर्करों ने जिला मुख्यालय पर किया प्रदर्शन
देहरादून। सीटू से सम्बद्ध आंगनबाड़ी वर्करों, सेविका कर्मचारी यूनियन ने शुक्रवार को अखिल भारतीय आंगनबाड़ी कार्यकत्री सेविका /सहायिका फेडरेशन के देशव्यापी विरोध के आहवान पर देहरादून के जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने सिटी मजिस्ट्रेट कुसुम चौहान के माध्यम से मांगों को लेकर प्रधानमंत्री और सीएम उत्तराखंड को ज्ञापन भेजा। इस अवसर पर सीटू के जिला महामंत्री लेखराज ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार व प्रदेश की तीरथ सिंह रावत सरकार कोविड से लड़ाई में फेल साबित हो गयी है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य देश का पंजाब के बाद दूसरा राज्य है जहां करोना से मृत्यु दर सबसे अधिक है। उन्होंने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण आम जनता को इतनी बड़ी त्रासदी का शिकार होना पड़ा । उन्होंने इस महामारी के दौरान आंगनबाड़ी वर्कर्स के द्वारा किये गए कार्यों की सहराना की। कहा कि आंगनबाड़ी वर्कर्स को बुनियादी सुविधाएं देने के साथ- साथ उनका मानदेय 21000 रु किया जाना चाहिए व 50 लाख के स्वास्थ्य बीमा में कवर करने व बीमार पड़ने पर निशुल्क इलाज की सुविधा मिलनी चाहिए। यूनियन की प्रान्तीय कार्यकारी अध्यक्ष जानकी चौहान ने कहा कि मोदी सरकार कोविड से लड़ाई में आंगनबाड़ी वर्कर्स को जरूरी सामान पीपीई किट, मास्क, सेनेटाइजर आदि मुहैया नहीं कर रही है। उन्होंने मांग की है कि आंगनबाड़ी केंद्रों में फर्नीचर, खिलौने, बच्चों की यूनिफॉर्म, बस्ता, किताबें आदि बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं, न्यूनतम वेतन 21000 रुपये किया जाए। वर्कर्स को कर्मचारी घोषित किया जाए व 45 वें श्रम सम्मेलन की सिफारिशों को लागू किया जाए। यूनियन की जिला अध्यक्ष ज्योतिका पांडेय ने कहा कि हड़ताल के दौरान का काटा गया मानदेय शीघ्र दिया जाए व हड़ताल के दौरान की गई सर्विस ब्रेक के आदेश वापस लिए जाएं। महामंत्री रजनी गुलेरिया ने सरकार से मांग की है कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को वापस लिया जाए व व सभी आंगनबाड़ी वर्कर्स को राज्य कर्मचारी स्वास्थ्य बीमा (इएसआई) से जोड़ा जाए। ताकि वर्कर्स व हेल्पर को व उनके परिवार के सदस्यों को समुचित चिकित्सकीय लाभ मिल सकें। उन्होंने कहा कि मांगे न मांगे जाने पर यूनियन आंदोलन के लिए बाध्य होगी। इस दौरान सीटू के जिला महामंत्री लेखराज, उपाध्यक्ष भगवंत पयाल, कोषाध्यक्ष रविन्द्र नौडियाल, जानकी चौहान, ज्योतिका पांडेय, रजनी गुलेरिया, मीनू, कांता भट्ट, शोभा, रचना, गीता, सुषमा देवी, भारत सिंह आदि मौजूद थे।