आंगनबाड़ी वर्करों ने साड़ी और सूट पर उठाए सवाल
उत्तरकाशी। महिला एवं बाल विकास निदेशालय उत्तराखंड की ओर से आंगनबाड़ी वर्करों को ड्रेस के तौर पर दी जा रही साड़ी और सूट पर सवाल उठ रहे हैं। उत्तरकाशी जिले की आंगनबाड़ी वर्करों का आरोप है कि उनको हल्की साड़ी और सूट थमाकर निदेशालय ने इतिश्री कर ली है। जबकि ठंड के मौसम में गर्म साड़ी और सूट की जरूरत है। इसको लेकर उत्तरकाशी आंगनबाड़ी वर्करों ने विभाग में जाकर अधिकारियों मुलाकात की और ड्रेस को लेकर सवाल खड़े किए।
शुक्रवार को आंगनबाड़ी कार्यकत्री संगठन की जिलाध्यक्ष विजयलक्ष्मी नौटियाल के नेतृत्व में कुछ आंगनबाड़ी कार्यकत्री लदाड़ी विकास भवन स्थित महिला एवं बाल विकास विभाग पहुंचे। यहां बाल विकास अधिकारी यशोदा बिष्ट से मुलाकात कर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने निदेशालय की ओर से दी जा रही साड़ी और सूट पर सवाल उठाए। जिलाध्यक्ष विजयलक्ष्मी नौटियाल ने आरोप लगाया कि आंगनबाड़ी वर्करों को दी जा रही साड़ी और सूट उनके किसी काम का नहीं है। साड़ी और सूट की क्वालिटी एकदम बेकार है। ठंड में पहनने लायक नहीं है।
ऐसे में ठंड के सीजन में ड्रेस पहनकर आंगनबाड़ी वर्कर कैसे काम करेंगी। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की तरह आंगनबाड़ी वर्करों के खाते में पैसे डाल दिए जाने चाहिए थे, ताकि वो अपनी सुविधानुसार ड्रेस खरीद पाते। लेकिन अब मजबूरी में उन्हें साड़ी और सूट विभाग से लेनी पड़ रही है। उन्होंने निदेशालय से गर्म ड्रेस उपलब्ध कराने की मांग रखी। मुलाकात करने वालों में विजयलक्ष्मी, सुमित्रा सौंदाल, सुनीता भट्ट, राजकुमारी देवी आदि थे।
आंगनबाड़ी वर्करों के लिए ड्रेस के तौर पर साड़ी और सूट निदेशालय से मिले हैं। भटवाड़ी और नौगांव ब्लक में अब तक करीब 150 साड़ी व सूट बांटे गए हैं। बाकी ब्लकों में भी बांटी जा रही है। जिले में एक हजार से अधिक साड़ी ड्रेस बांटी जानी हैं। -यशोदा बिष्ट, महिला एवं बाल विकास अधिकारी, उत्तरकाशी(आरएनएस)।