अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठी आंगनबाड़ी कार्यत्रियां
बागेश्वर। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, मिनी कर्मचारी कार्य बहिष्कार जारी है। नाराज कार्यत्रियों ने अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। लंबित चार सूत्रीय मांगों का निराकरण नहीं होने पर कड़ी आपत्ति जताई है। आंदोलन के चलते आंगनबाड़ी केंद्रों में ताले लटकेहैं। गर्भवती महिलाओं वे नवजात शिशुओं को पुष्टाहार नहीं मिल रहा है। कार्यकत्रियों ने बुधवार को नुमाईशखेत में धरना दिया। यहां हुई सभा में उन्होंने कहा कि उनकी मांगों को लेकर सरकार का नजरिया साफ नहीं है। इसलिए उन्हें आंदोलन करना पड़ रहा है। मानदेय को लेकर वह मुख्यमंत्री और प्रशासनिक अधिकारियों से निवेदन कर चुकेहैं, लेकिन उन्हें कोई सकारात्मक उत्तर नहीं मिल सका है। उन्होंने जनवरी से न्यूनतम मानदेय 600 रुपये प्रति दिन के हिसाब से 18 हजार रुपये माह करने की मांग की। उन्होंने सेवानिवृत्त होने पर दो लाख रुपये का प्रावधान करने को कहा। गोल्डन कार्ड जारी करने और सरकारी योजनाओं का लाभ देने की मांग की। इस मौके पर चम्पा गोसवामी, बसंती देवी, नीमा देवी, दुर्गा टम्टा, किरन साह, जानकी चौबे, आनंदी, विमला देवी, तुलसी देवी, मुन्नी पांडे, भागीरथी देवी, अनीता लोहनी, तारा देवी, नेहा मलड़ा आदि मौजूद रहे।