रुद्रपुर। लंबित मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार बुधवार को 12वें दिन भी जारी रहा। आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के बैनर तले बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने विकास भवन परिसर में धरना-प्रदर्शन कर सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया। प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं ने कहा कि बीते वर्ष फरवरी में प्रदेशव्यापी हड़ताल के दौरान मुख्यमंत्री आवास में मिले आश्वासन पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को समर्थन देते हुए राज्य आंदोलनकारी हरीश पनेरू ने कहा कि वर्तमान में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को जो मानदेय दिया जाता है वह कम है। इसे बढ़ा कर 25 हजार रुपये होना चाहिए। संगठन की ब्लॉक अध्यक्ष रूचिता घई ने बताया कि 7 मार्च 2024 को निदेशालय में हुई बैठक में मानदेय वृद्धि पर विचार के लिए समिति गठित करने की बात कही गई थी, किंतु डेढ़ वर्ष बीतने के बाद भी निर्णय लंबित है। उन्होंने मांग उठाई कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को राज्य कर्मचारी घोषित किया जाए। इसके अलावा सेवानिवृत्ति पेंशन, महिला कल्याण कोष से मिल रही एकमुश्त राशि बढ़ाकर कम से कम 5 लाख रुपये करने, सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार ग्रेच्युटी लाभ दिए जाने और सुपरवाइजर के रिक्त पदों पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पदोन्नति देने की मांग दोहराई गई। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मांगों पर शीघ्र समाधान नहीं निकाला गया तो दो दिसंबर को देहरादून कूच करेंगे। धरने में प्रदेश मंत्री अनीता सिंह, हंसा लोहनी, माधुरी शर्मा, रोबिना, रूबी सिंह, पुष्पा पांडे, शीतल, शिवानी, जयवती रजवार, रश्मि, रजनी, सुमन चतुर्वेदी, अजीत कौर, आराधना यादव, ज्योति, लक्ष्मी यादव, अनीता शर्मा, राजकुमारी, नूरजहां, आशा रानी, सुलेखा चौहान, निशा, सीमा गांगुली, प्रियंका, तारा भट्ट, रानी कौर, दलवीर कौर, सूलता मंडल, गीता, मीरा गुप्ता, भावना, सुलेखा, सुभद्रा मंडल, सुशीला, स्मिता, संगीता, खुशबू, कुसुम लता, लक्ष्मी, संध्या, शांति, भावना सहित अनेक कार्यकर्ता शामिल रहीं।