भू-कटाव न रोकने से ग्रामीणों में आक्रोश
रुद्रप्रयाग। सिलगढ़ पट्टी के शीशों बंगधार तोक में मंदाकिनी नदी से भू कटाव न रुकने क्षेत्रीय लोगों में खासा रोष बना हुआ है। वहीं ग्रामीणों ने सिंचाई विभाग पर यहां पर बाढ़ सुरक्षा के नाम पर लगभग डेढ़ करोड़ की धनराशि को भी खानापूर्ति बताया है। वहीं सूर्यप्रयाग-मूसाढुंग सड़क का एक बड़ा हिस्सा भी लगातार धंसने से सड़क को नुकसान पहुंच रहा है।
सिलगढ़ समिति के सदस्य ओम प्रकाश बहुगुणा ने डीएम को भेजे ज्ञापन में कहा कि वर्ष 2013 में आई केदारनाथ आपदा से शीशों बंगधार में लगातार भू धंसाव हो रहा है। जिससे क्षेत्रीय ग्रामीणों के खेतों को लगातार नुकसान पहुंच रहा है। कहा कि जहां इस बार रोपाई होनी थी, वहां कोदा, झंगोरा बोया हुआ है। नहर के क्षतिग्रस्त होने से खेतों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। कहा कि आपदा के बाद सिंचाई विभाग ने बाढ़ सुरक्षा के लिए योजना तो बनाई, लेकिन आपदा मद में 1 से डेढ़ लाख खर्च कर इतिश्री कर दी गई। विभाग भी आपदा मद का पैसा खर्च कर अपना पल्ला झाड़ रहा है। जब तक नदी किनारे सुरक्षा इंतजाम नहीं हो जाते, तब तक भू-धंसाव नहीं रुक पाएगा। उन्होंने भू धंसाव को रोकने के लिए विभाग को उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। वहीं क्षेत्र के सूर्यप्रयाग मुसाढुंग एवं तैला सड़क का एक बड़ा हिस्सा करीब 300 मीटर भी निरन्तर धंसने से सड़क को नुकसान पहुंच रहा है। जिससे क्षेत्र में खतरा बना हुआ है।