वन विभाग के कर्मचारियों के निलंबन पर जताया रोष
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : उत्तराखंड के जंगलों में वनाग्नि की घटनाओं में लापरवाही बरतने के आरोप में 17 कर्मचारियों को निलंबित करने की कार्रवाई पर फॉरेस्ट पेंशनर्स ग्रुप ने रोष व्यक्त किया। संगठन ने कर्मचारियों का निलंबन वापस नहीं लेने पर आंदोलन की चेतावनी दी।
पनियाली स्थित कोटद्वार फॉरेस्ट कैंपस अरण्य सभागार में संगठन की बैठक हुई। इस दौरान वनों में आग की घटनाओं पर चर्चा की गई। अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद पंत ने कहा कि आग की घटनाओं के लिए सीधे तौर पर निचले स्तर के ही कर्मचारी को जिम्मेदारी ठहराना गलत है। वनाग्नि की घटनाओं के प्रति जिम्मेदारी विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की होती है। चंद्रकिशोर असवाल ने कहा कि वन विभाग के अधिकारियों को कर्मचारियों के निलंबन पर पुनर्विचार कर इसे वापस लेना चाहिए। सेवानिवृत्त रेंजर राजेंद्र प्रसाद पंत के संचालन में हुई बैठक में केसी राम, धीरजधर बछवाण, दिनेश घिल्डियाल, एलआर नाग, एआर खान, वाणी काला, त्रिलोचन, धनीराम, आरपी कोटनाला, धर्मानन्द ध्यानी, नत्थू सिंह अधिकारी आदि मौजूद थे।