बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के खिलाफ हल्द्वानी में गुस्सा
हल्द्वानी। राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन मंच ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर बढ़ते अत्याचार और मानवाधिकार हनन की घटनाओं पर चिंता जताते हुए रविवार को रामपुर रोड स्थित एक रेस्टोरेंट में एकत्र होकर विरोध जताया। इस दौरान बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थलों पर बढ़ते हमलों की निंदा की गई। भारत सरकार से इस मुद्दे पर ठोस कदम उठाने की मांग की गई। इस दौरान कहा कि भारत सरकार संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों के माध्यम से बांग्लादेश सरकार पर दबाव बनाए, ताकि वह अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद और अन्य अंतराष्ट्रीय निकायों से अपील की गई कि बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों की निष्पक्ष और विस्तृत जांच के लिए एक स्वतंत्र आयोग गठित किया जाए। इस दौरान राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के प्रदेश अध्यक्ष श्रुति गोलवलकर, जिला प्रवक्ता राजेश जोशी, विवेक कश्यप, अध्यक्ष वरिष्ठ जन कल्याण भुवन भास्कर, पूर्व सैनिक मेज़र बीएस रौतेला, पूर्व अर्धसैनिक बल दरबान सिंह बोरा, क्षेत्रीय संरक्षक भारत विकास परिषद भगवान सहाय, पंजाब जन कल्याण समिति के प्रदीप कक्कड़, समाजिक कार्यकर्ता राजेंद्र सिंह बिष्ट, प्रताप बिष्ट, चंदन बिष्ट, सशक्त एकता उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश महामंत्री भुवन भट्ट, चंदन बिष्ट, प्रदीप लोहनी, उमेश साह, डॉ. नवीन शर्मा आदि मौजूद रहे।
भारत रक्षा मंच जन आक्रोश रैली निकालेगा
भारत रक्षा मंच ने रविवार को बैठक कर प्रदेश संगठन मंत्री आशीष वाजपेयी के नेतृत्व में अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार दिवस पर प्रदेशभर में जन आक्रोश रैली को सफल बनाने के लिए एकजुट होने पर बल दिया। उन्होंने मातृशक्ति, व्यापारी, छात्र और विभिन्न विचारधाराओं के सामाजिक संगठनों को एकत्रित कर बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने की बात कही। कहा कि भारत के अधिकांश विपक्षी राजनीतिक दल और पार्टिया हिंदुओं पर हो रही बर्बरता पर मौन हैं। प्रदेश संगठन मंत्री ने नैनीताल के उपजिलाधिकारी से रैली की अनुमति भी मांगी है। पुलिस-प्रशासन को रैली के दौरान शांति व्यवस्था बनाये रखने में सहयोग की मांग की है। इस दौरान जिला महामंत्री अमित अग्रवाल मौजूद रहे।