डाक सेवकों को विभागीय कर्मचारी का दर्जा न देने पर रोष
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवा संघ ने डाक सेवकों को विभागीय कर्मचारी का दर्जा न दिए जाने पर रोष व्यक्त किया है। कहा कि डाक सेवकों की अनदेखी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस दौरान ग्रामीण डाक सेवकों ने वार्षिक लक्ष्य दिए जाने का भी घोर विरोध किया। कहा कि ग्रामीण डाक सेवकों को पेंशन का लाभ भी नहीं दिया जाता है।
सोमवार को प्रांतीय अध्यक्ष राजपाल सिंह नेगी की अध्यक्षता में ग्रामीण डाक सेवक संघ के परिमंडल की बैठक आयोजित की गई। बैठक में वक्ताओं ने विभाग के माध्यम से डाक सेवकों को वार्षिक लक्ष्य दिए जाने पर कड़ी आपत्ति जताई। कहा कि डाक सेवकों को अभी तक विभाग की तरफ से विभागीय कर्मचारी का दर्जा न दिया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। ग्रामीण डाक सेवक अपने कार्यों का ईमानदारी से निर्वहन कर रहा हैं। लेकिन, उन्हें पेंशन का लाभ भी नहीं दिया जाता है। ग्रामीण डाक सेवकों का कहना है कि उनकी जायज मांगों को लेकर केंद्र सरकार को सकारात्मक कदम उठाए जाने की जरूरत है। ताकि ग्रामीण डाक सेवक सेवानिवृत्ति के बाद अपना जीवन खुशहाली से व्यतीत कर सकें। इस मौके पर प्रांतीय सचिव जगदीश रावत, रघुनंदन गोदियाल, नंदकिशोर डोभाल, अतुल कुमार, विजय नैथानी मौजूद रहे।