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गोलीकांड को लेकर सड़कों पर उतरे आक्रोशित लोग, हत्यारों के घर पर किया पथराव

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हत्यारों के घर पर बुलडोजर चलाने की मांग को लेकर लगाया जाम
देहरादून : राजधानी देहरादून के रायपुर डोभाल चौक पर हुए गोलीकांड को लेकर आज सड़कों पर लोगों का आक्रोश दिखा। आरोपियों के घर बुलडोजर चलाने की मांग को लेकर लोग अड़े हैं। वहीं रिस्पना छह नंबर पर पुलिया चौक पर लोगों ने जाम लगा दिया।
एक तरफ लोगों का प्रदर्शन जारी था तो वहीं दूसरी तरफ गोलीकांड के मुख्य अभियुक्त रामबीर को हल्की मुठभेड़ के बाद 400 किलोमीटर दूर तलवार गांव थाना बेहरोल सदर जिला कोटपुतली राजस्थान से हिरासत में लिया गया। एसएसपी देहरादून लगातार सभी टीम की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। फरार अभियुक्तों की धरपकड़ के लिए विभिन्न राज्य में देहरादून पुलिस की स्पेशल टीमें लगातार दबिश रही है। इस मामले में मंगलवार को भी स्थानीय लोगों का आक्रोश कम नहीं हुआ, स्थानीय लोग सुबह ही सड़क पर उतर गये और नारे लगाते हुए डोभाल चौक से छ: नम्बर पुलिया पर पहुंच गये। वहां उन्होंने सड़क पर जाम लगा दिया और हत्यारों के घर पर बुल्डोजर चलाने की मांग को लेकर नारेबाजी के साथ प्रदर्शन करने लगे। इस कारण चारों ओर का यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया। साथ ही साथ कुछ लोगों का एक समूह हत्यारों के घर पर पहुंच गया और वहां तोड़ फोड़ शुरू कर दी। उन्होंने गेट पूरी तरह से तोड़ दिया और घर के शीशे भी तोड़ डाले। इस दोरान लोग मांग कर रहे थे कि इनके घर पर बुल्डोजर चलाया जाय, इनकी सम्पत्ति की जांच की जाए और इनके पूरे अपराधिक रिकार्ड को खंगाल कर इनको सजा दी जाए।
इस मामले में एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि डोभाल चौक के पास गढ़वाली कॉलोनी में रहने वाला देवेंद्र कुमार उर्फ सोनू भारद्वाज ब्याज का काम करता है। वह लोगों की चल और अचल संपत्तियों को गिरवी रख ब्याज पर पैसे देता है। नेहरू ग्राम निवासी दीपक बडोला ने 15 जून को अपनी कार पुरानी कार का कारोबार करने वाले सागर यादव को बेचने के लिए दी थी। लेकिन, अगले दिन रविवार को दीपक बडोला को पता चला कि सागर ने कार बेचने के बजाय उसे सोनू भारद्वाज के पास साढ़े तीन लाख रुपये में गिरवी रख दी। दीपक बडोला ने सागर यादव से अपनी कार मांगी तो उसने गालियां देकर बडोला को भगा दिया। इस पर बडोला ने सोनू भारद्वाज से कार वापस मांगी। वहां भी बडोला के साथ यही सलूक हुआ। इसके बाद बडोला रविवार रात करीब साढ़े 10 बजे दो दोस्तों सुभाष क्षेत्री और मनोज नेगी को लेकर सोनू भारद्वाज के घर पहुंच गया। सोनू भारद्वाज के घर पर पहले से ही उसका भाई मोनू भारद्वाज, पेशेवर बदमाश रामबीर, मनीष, अंकुश और योगेश आदि शराब पी रहे थे। जैसे ही दीपक बडोला और उनके साथी गेट पर पहुंचे इन सभी ने उन पर गोलियां चला ली। एक गोली दीपक बडोला के गले में और दूसरी पेट में लगी। बाकी दोनों को पेट में गोली लगी थी। दीपक बडोला घायल हालत में ही वहां से भाग गया, जबकि क्षेत्री और नेगी सोनू भारद्वाज गेट पर ही गिर गए। क्षेत्री के परिजन उन्हें कैलाश अस्पताल ले गए और पुलिस ने नेगी को दून अस्पताल में भर्ती करा दिया। बाद में दोनों को इंदिरेश अस्पताल में भर्ती कराया गया। उधर परिजन और पुलिस सुबह तक दीपक की तलाश करते रहे। इसके बाद सोमवार सुबह छ: बजे बडोला का शव डोभाल चौक के पास करीब 10 फीट गहरे नाले से बरामद हुआ। रात में इस घटना को अंजाम देने के बाद रामबीर और मनीष कार लेकर भाग निकले। पुलिस ने पीछा किया तो आशारोड़ी बैरियर तोड़ते हुए पास ही में कार खड़ी कर जंगल के रास्ते भाग निकले। एसएसपी अजय सिंह ने बताया, मामले में सोनू भारद्वाज, मोनू भारद्वाज निवासी गढ़वाली कॉलोनी और सागर यादव निवासी नेहरू ग्राम को गिरफ्तार कर लिया गया है। रामबीर के खिलाफ पहले भी हत्या के मुकदमे दर्ज हैं। वर्तमान में वह रायपुर में ही 2020 में हुई एक हत्या के मामले में पैरोल पर जेल से बाहर चल रहा है। सुबह जब दीपक बडोला की लाश नाले से मिली तो परिजनों और स्थानीय लोगों ने शव को पुलिस को नहीं सौंपा। लोगों ने सोनू भारद्वाज के घर पर पथराव कर दिया। इससे घर के शीशे आदि भी टूट गए। पुलिस ने लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग नहीं माने। कुछ देर बाद विधायक उमेश शर्मा काऊ पहुंचे और उन्होंने लोगों को उचित कार्रवाई का भरोसा देकर शांत कराया। इसके बाद परिजनों ने पुलिस को शव सौंपा। (एजेंसी)

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