जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : आपदा से बेघर हुए परिवारों का प्रशासन पर गुस्सा फूट पड़ा। पीड़ितों ने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए उनके पुनर्वास की मांग उठाई। कहा कि शिकायत के बाद भी शासन-प्रशासन उनके पुनर्वास को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहा।
मंगलवार को काशीरामपुर तल्ला के आपदा प्रभावित तहसील परिसर में पहुंचे। उन्होनें अपनी समस्या से उपजिलाधिकारी को अवगत करवाया। सीता देवी, सोनी देवी, किरन, दीपा देवी, परवीन ने कहा कि अगस्त माह में विकराल बनी खोह नदी में उनके भवन ढह गए। इसके बाद से वह सड़कों पर अपना जीवन व्यापन कर रहे हैं। लेकिन, शासन-प्रशासन उनकी समस्या को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहा। गर्मी व पूरे बरसात में अपने छोटे बच्चों के साथ सड़कों पर खुले आसमान में रह रहे हैं। खुले आसमान में रहने से उन्हें मच्छर काट रहे हैं। जिससे कई लोगों को तेज बुखार की शिकायत हो गई है। कई लोग डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया की चपेट में आ गए है। पीड़ितों ने प्रशासन से बेघरों के शीघ्र ही पुनर्वास की व्यवस्था किए जाने की मांग की है। कहा कि यदि जल्द उनकी समस्या का निराकरण नहीं हुआ तो वह आंदोलन को मजबूर होंगे।