अन्नदाता किसान यूनियन का तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित
हरिद्वार। अन्नदाता किसान यूनियन का अलकनंदा घाट पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन उत्तराखंड प्रभारी व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष परमजीत सिंह पम्मा के नेतृत्व में आयोजित किया गया। राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए अन्नदाता किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरमुख सिंह ने कहा कि केन्द्र व प्रदेश की सरकार किसानों की लगातार अनदेखी कर रही हैं। यह किसान और देश हित में ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री व रेल मंत्री को गरीब मजदूरों के लिए पैसेंजर ट्रेनों को शीघ्र चलाना चाहिए। जिससे मजदूर किसान को यात्रा में कोई दिक्कत ना हो। उन्होंने कहा कि पैसेंजर ट्रेन को ना चलाने से किसान मजदूर को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिस तरह पहले एक्सप्रेस ट्रेनों में जर्नल डब्बे होते थे। उन डिब्बों को भी हटा दिया गया है। जो देश हित और किसान मजदूर हित में नहीं है। ट्रेन की समुचित व्यवस्था की जाए। हरिद्वार तीर्थ नगरी है और यहां शासन प्रशासन की अनदेखी के चलते सफाई व्यवस्था बिल्कुल भी ठीक नहीं है। चारों और गंद्गी का अंबार लगा हुआ है। समय रहते शासन प्रशासन ने मां गंगा भागीरथी के तट से कूड़ा करकट गंद्गी को साफ नहीं कराया तो अन्नदाता किसान यूनियन मां गंगा के प्रति आस्था रखते हुए शासन प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल देगा। राष्ट्रीय अध्यक्ष परमजीत सिंह पम्मा ने कहा कि उत्तराखंड की सरकार किसानों के प्रति जागरूक नहीं है। किसानों की फसल जंगली जानवरों द्वारा उजाड़ी जा रही हैं। लेकिन सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है। जिससे किसान बर्बादी के कगार पर जा पहुंचा है। जब कोई किसान जंगली जानवरों को अपने खेत से भगाने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ मुकदमे दर्ज किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि किसान को अपनी फसल का रेट तय करने का हक मिलना चाहिए। परमजीत सिंह पम्मा ने कहा कि उत्तराखंड सरकार को हरिद्वार तीर्थ नगरी में किसान भवन बनाकर किसानों को सौपना चाहिए। हर वर्ष देशभर के किसान तीर्थ नगरी में राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित कर सरकारों को चेताने का काम करते हैं तथा देश के किसानों को एकजुट करने का काम करते हैं। हरिद्वार तीर्थनगरी में किसान यूनियन राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करती हैं। उस समय किसानों के सामने रहने बैठने व सम्मेलन की बहुत बड़ी दिक्कत होती है। उक्त दिक्कत को समाप्त करने लिए प्रदेश सरकार को किसान भवन बनाना चाहिए। इस मौके मलकीत सिंह, निर्वाल सिंह, कुलदीप सिंह मोगा, परमजीत सिंह, हरजीत सिंह, सहित सैकड़ों किसानों ने राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रतिभाग किया।