इस्लामाबाद , एजेंसी। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई प्रमुख इमरान खान को लगातार झटके लग रहे हैं। अब इमरान के करीबी और उनकी सरकार में मंत्री रहे फवाद चौधरी ने भी बुधवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। नौ मई को हुईं हिंसा के बाद सरकार लगातार पीटीआई के नेताओं पर शिकंजा कस रही है। इसी के चलते इमरान के करीबी पार्टी छोड़ रहे हैं।
इमरान की सरकार में सूचना मंत्री रहे फवाद चौधरी ने ट्वीट कर कहा कि मेरे पहले के बयान में जहां मैंने नौ मई की घटनाओं की स्पष्ट रूप से निंदा की थी, मैंने राजनीति से ब्रेक लेने का फैसला किया है, इसलिए मैंने पार्टी के पद से इस्तीफा दे दिया है और इमरान खान से अलग हो रहा हूं।
फवाद चौधरी ने इमरान सरकार के दौरान सूचना और प्रसारण के संघीय मंत्री और विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री के रूप में कार्य किया। वह पीटीआई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और पार्टी प्रवक्ता भी थे।
इससे पहले, पीटीआई की बड़ी नेता शिरीन मजारी ने मंगलवार को बड़ा झटका देते हुए तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी छोड़ दी थी और उन्होंने रक्षा प्रतिष्ठानों पर पर हमला करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री के समर्थकों पर निशाना साधते हुए उनकी निंदा भी की थी। शिरीन मजारी ने इमरान खान के शासन में 2018 से 2022 तक मानवाधिकार मंत्री के रूप में कार्य किया।
शिरीन मजारी ने 12 मई के बाद से चौथी बार गिरफ्तारी के बाद रिहा होने के बाद सक्रिय राजनीति से अपने इस्तीफे और सेवानिवृत्ति की घोषणा की, जब उन्हें 9 मई को हुई हिंसा के सिलसिले में पुलिस द्वारा उनके आवास से उठाया गया और जेल भेज दिया गया। मजारी को एक अदालत के आदेश पर जेल से रिहा किए जाने के कुछ घंटे बाद सोमवार को फिर से गिरफ्तार कर लिया गया था। लाहौर हाईकोर्ट की रावलपिंडी पीठ ने किसी अन्य मामले में मजारी की आवश्यकता न होने पर अधिकारियों को उन्हें रिहा करने का निर्देश दिया था।