अंतरा इंजेक्शन परिवार नियोजन साधनों में पूरी तरह सुरक्षित व असरदार
स्वास्थ्य कर्मियों को दिया अंतरा इंजेक्शन का प्रशिक्षण
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : गुरूवार को स्वास्थ्य विभाग पौड़ी की ओर से राजकीय बेस चिकित्सालय श्रीकोट में परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत जनपद में प्रसव केन्द्रों में तैनात चिकित्सकों व स्टाफ नर्स को एक दिवसीय इंजक्टेबल कन्ट्रासेप्टिव इंजेक्शन अंतरा का प्रशिक्षण दिया गया।
बतौर प्रशिक्षक असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. दीप्ती शर्मा ने प्रशिक्षणार्थियों को अंतरा इंजेक्शन को प्रयोग में लाने की विधि, लाभार्थियों की कांउसलिंग, इंजेक्शन के प्रभाव व सावधानियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया गया कि परिवार नियोजन साधनों में यह इंजेक्शन पूरी तरह सुरक्षित व असरदार है। जो महिलायें गर्भनिरोधक के अन्य साधनों का प्रयोग नहीं कर रही है वे इस विधि का प्रयोग कर सकती हैं। महिलायें अनचाहे गर्भधारण से बचने के लिए हर तीन महीने में इस कन्ट्रासेप्टिव इंजेक्शन का प्रयोग कर सकती हैं इसका कोई साइडइफेक्ट नहीं है। लम्बे समय तक अनचाहे गर्भ से बचाव के लिए इसे हर तीन महीने में लगवाना आवश्यक है जो कि लगवाने के तुरन्त बाद प्रभावी हो जाता है। बच्चा होने के बाद यदि महिला तुरन्त गर्भवती नहीं होना चाहती तो प्रसव के डेढ़ माह बाद व माहवारी के दिनों में 1 से 7 दिन के बीच यह इंजेक्शन लगाया जा सकता है। प्रसव के बाद भी इस इंजेक्शन से मां के दूध व बच्चे पर कोई भी प्रभाव नहीं पड़ता। यह सेवा शुरू करने से पहले प्रशिक्षित चिकित्सक द्वारा जांच करवाना आवश्यक है इस गर्भनिरोधक के इस्तेमाल से पूर्व लाभार्थी की गोपनीयता सुनिश्चित की जाती है। प्रशिक्षण के दौरान चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजेय विक्रम, गायनी विभाग से डॉ. नवज्योति बोरा, परिवार नियोजन परामर्शदाता विजयलक्ष्मी, ब्लाक स्तर से आये चिकित्सा अधिकारी और नर्सिग अधिकारी मौजूद रहे।