अनुब्रत मंडल बढ़ीं मुश्किलें, सीबीआई ने 17 करोड़ रुपये की निकासी पर लगाई रोक
कोलकाता। पशु तस्करी मामले में गिरफ्तार तृणमूल कांग्रेस के बाहुबली नेता अणुब्रत मंडल की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। अणुब्रत पर अब अपनी बेटी सुकन्या समेत छह करीबी लोगों को अवैध तरीके से शिक्षक की नौकरी दिलाने का आरोप लगा है।
फिरदौस शमीम नामक एडवोकेट ने इसे लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट में मामला दायर किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि अणुब्रत ने अपना प्रभाव दिखाकर अपनी बेटी, भाई, भतीजे, निजी सहायक समेत कुल करीबी छह लोगों को शिक्षक की नौकरी दिलाई। नौकरी पाने वालों में से किसी ने शिक्षक पात्रता परीक्षा (टेट) पास नहीं की है।
अभिजीत गंगोपाध्याय की एकल पीठ ने गुरुवार अपरान्ह तीन बजे उन सभी छह लोगों को टेट पास करने का प्रमाणपत्र लेकर सशरीर अदालत में हाजिर होने का निर्देश दिया है। न्यायाधीश ने आगे कहा कि हाजिर नहीं होने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बीरभूम के पुलिस अधीक्षक को अदालत में उनकी हाजिरी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।
फिरदौस शमीम ने दावा किया कि अणुब्रत की बेटी की बिना टेट पास किए बोलपुर के कालिकापुर प्राथमिक विद्यालय में सहायक शिक्षिका के तौर पर नियुक्ति हुई। वह एक दिन भी पढ़ाने स्कूल नहीं गई। हाजिरी के लिए स्कूल से रजिस्टर उसके घर लाया जाता था। न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय की एकल पीठ ने गुरुवार अपरान्ह तीन बजे उन सभी छह लोगों को टेट पास करने का प्रमाणपत्र लेकर सशरीर अदालत में हाजिर होने का निर्देश दिया है। न्यायाधीश ने आगे कहा कि हाजिर नहीं होने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले बंगाल के पूर्व शिक्षा राज्य मंत्री परेश चंद्र अधिकारी पर अपनी पुत्री अंकिता को गैरकानूनी तरीके से नौकरी दिलाने का आरोप लगा था, जिसे सही पाए जाने पर न्यायाधीश गंगोपाध्याय ने अंकिता को शिक्षिका की नौकरी से हटाने का निर्देश दिया था।