अपने पुश्तैनी हकहकूकों को लेकर आज से अभियान की शुरुआत
नई टिहरी। अपने पुश्तैनी हकहकूकों को लेकर 8 सितम्बर को हरिद्वार से अभियान की शुरुआत की जायेगी। पुश्तैनी हक-हकूकों, वनाधिकारों तथा एफआरए-2006 के आलोक में अपने वनाधिकार लेने के लिए समर्पित होकर संकल्प लेंगे। बिजली-पानी के बिलों की चिता जलायेंगे और उस राख को गंगा में प्रवाहित करेंगे। यह जानकारी देते हुये पूर्व पीसीसी अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने बताया कि आज कोविड-19 के इस दौर में उत्तराखंड के निवासी गहरे संकट के दौर से गुजर रहे हैं। हर वर्ग बुरी तरह से प्रभावित है। कारोबार बुरी तरह से ठप हुये हैं। प्रतिकूल माहौल में हर कोई जीवन के लिए संघर्ष कर रहा है। खासकर युवा, महिलायें व शिक्षार्थी खासे प्रभावित हैं। हालात यह हैं कि 60 अधिक युवा आत्महत्या कर चुके हैं। उत्तराखंड में हालातों के बिगड़ने के लिए पुश्तैनी हक-हकूकों को लेकर लापरवाही भी जिम्मेदार है। पुश्तैनी हक-हकूकों को लेकर बात करनी होगी। जिसके लिए हरिद्वार से अभियान की शुरूआत की जायेगी।