उत्तराखंड

आवेदन को अनावश्यक रूप से लंबित न रखा जाए : सीडीओ

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स्वरोजगार के आवेदन पत्रों को सभी बैंक प्राथमिकता से स्वीकृत करते हुए लाभार्थियों को ऋण दें
जयन्त प्रतिनिधि।
रूद्रप्रयाग : केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित स्वरोजगार परक योजनाओं से बेरोजगार युवाओं को लाभान्वित करने के उद्देश्य से मुख्य विकास अधिकारी डॉ. जीएस खाती की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में जिला स्तरीय पुनरीक्षण समिति की बैठक आयोजित की गई। उन्होंने कहा कि किसी भी आवेदन पत्र को अनावश्यक रूप से लंबित न रखा जाए। यदि किसी आवेदन पत्र में कोई कमी पाई जाती है तो उसके निराकरण के लिए संबंधित विभाग एवं लाभार्थी को सूचित किया जाए। जिससे कि उनके द्वारा जो भी कमी है उस कमी को दूर किया जा सके।
बैठक की समीक्षा करते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने संबंधित अधिकारियों एवं बैंक प्रबंधकों को निर्देश देते हुए कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा बेरोजगार युवाओं को रोजगार से जोड़ने के लिए उन्हें ऋण उपलब्ध कराने के लिए कई महत्वाकांक्षी योजनाएं संचालित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों के माध्यम से स्वरोजगार हेत ऋण उपलब्ध कराने के लिए लाभार्थियों द्वारा जो भी आवेदन पत्र प्राप्त किए जाते हैं जो बैंकों को प्रेषित किए जाते हैं इसके लिए सभी बैंक प्राप्त आवेदन पत्रों को त्वरित शीर्ष प्राथमिकता से आवेदन पत्रों को स्वीकृत करते हुए ऋण उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। जिससे कि बेरोजगार युवा अपना रोजगार शुरू कर सकें। उन्होंने सभी बैंक प्रबंधकों को हिदायत दी है कि रोजगार परक योजनाओं के लिए अधिक से अधिक ऋण स्वीकृत करें। जिससे कि ऋण जमा अनुपात (सीडी रेस्यू) की स्थिति में सुधार हो सके। उन्होंने कहा कि बैठक में सभी बैंक प्रबंधक अपनी पूरी तैयारी के साथ आएं कि कितने आवेदन पत्र बैंक को प्राप्त हुए हैं कितनों को स्वीकृत किया गया है तथा कितनों पर आपत्तियां हैं। उन्होंने एनआरएलएम के तहत अधिक से अधिक महिला समूहों को भी लाभान्वित करने के निर्देश दिए। बैठक में अग्रणी बैंक प्रबंधक चतर सिंह, परियोजना निदेशक डीआरडीए विमल कुमार, महाप्रबंधक उद्योग महेश प्रकाश, निदेशक आरसेटी केएस रावत, परियोजना प्रबंधक ग्रामीण उद्यम वेग वृद्धि परियोजना बीके भट्ट सहित सभी बैंकों के प्रबंधक/प्रतिनिधि मौजूद रहे।

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