निबंध प्रतियोगिता में टीसीजी स्कूल की अर्चिता काला ने मारी बाजी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान से सम्बद्ध भारतीय शिक्षा समिति उत्तराखंड द्वारा संचालित रितेश शर्मा सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज जानकीनगर कोटद्वार में शनिवार को हिन्दी दिवस के अवसर पर हिंदी के विकास में बाधक तत्व एवं उनका उन्मूलन विषय पर अन्तर्विद्यालयी भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि निर्णायक मीनाक्षी शर्मा, हिंदी विषय विशेषज्ञ हरीश रावत, मधुबाला नौटियाल, विद्यालय के प्रबंधक राजेंद्र जखमोला एवं प्रधानाचार्य मनोज कुकरेती ने मां सरस्वती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित एवं पुष्पार्चन कर किया। तत्पश्चात कार्यक्रम संयोजिका नंदिनी नैथानी ने भाषण प्रतियोगिता के नियम प्रतिभागियों को बताएं। प्रतियोगिता के सीनियर वर्ग में टीसीजी पब्लिक स्कूल की अर्चिता काला ने प्रथम, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की प्रियांशी ने द्वितीय, टीसीजी स्कूल की श्रेयांशी एवं ज्ञान भारती पब्लिक स्कूल की कनिका तिवाड़ी ने संयुक्त रूप से तृतीय स्थान प्राप्त किया। इस मौके पर प्रधानाचार्य मनोज कुकरेती ने प्रतिभागियों को हिंदी के प्रथम डिलीट डॉ. पीतांबर दत्त बड़थ्वाल एवं चंद्र कुंवर बर्थवाल के जीवन के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के महान लेखकों एवं कवियों ने हिंदी भाषा के संवर्धन के लिए वृहद प्रयास किया। वर्तमान समय में आंग्ल भाषा का सर्वाधिक प्रचलन है, जिस कारण हिंदी के संवर्धन में भाषा ही बाधक बनी हुई है। कार्यक्रम का संचालन रोहित बलोदी ने किया। इस अवसर पर उप प्रधानाचार्य अनिल कोटनाला, संगीता रावत, प्रतिभागी स्कूलों के संरक्षक आदि मौजूद रहे।